झालावाड़. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की दूसरी सूची आने के बाद कई प्रत्याशियों का लगातार विरोध हो रहा है. इसी क्रम में बुधवार को झालावाड़ जिले की मनोहर थाना सीट से वर्तमान विधायक गोविंद रानीपुरिया को टिकट देने का विरोध हो गया. हालात ऐसे हो गए कि विरोध में कई लोग सड़कों पर उतर आए और पहले तो प्रत्याशी रानीपुरिया का पुतला लेकर कस्बे में जुलूस निकाला गया. उसके बाद जमकर विरोध किया गया. इस दौरान लोगों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
तंवर समाज के जिला अध्यक्ष रोशन तंवर के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन हुआ था. रोशन तंवर का कहना है कि बीते चुनाव में एक समझौता तंवर और लोधा समाज में हुआ था. जिसके तहत ही लोधा समाज के गोविंद रानीपुरिया को समर्थन किया गया था. यहां तक कि गोविंद रानीपुरिया ने भी यह वादा किया था कि वह अगले 2023 के चुनाव में टिकट नहीं मागेंगे और तंवर समाज के लोगों को टिकट दिलाया जाएगा, लेकिन वह वादे से मुकर गए और टिकट ले लिया. उन्होंने कहा कि यह समझौते का उल्लंघन है और इसी का हम विरोध कर रहे हैं.
रोशन तंवर ने यह भी कहा कि टिकट मिलने के बाद समाज के लोगों को गोविंद रानीपुरिया के साथ लगने की बात कहीं थी, लेकिन कोई भी तैयार नहीं हुआ. इसी कारण हमें विरोध पर उतरना पड़ रहा है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मां विजया राजे सिंधिया के समय से ही तंवर और भील समाज भाजपा को वोट करता आ रहा है. इसीलिए उन्होंने प्रतिनिधित्व अपने लिए मांगा था. गोविंद रानीपुरिया से 15 दिन पहले भी उन्होंने कहा था कि वे जाकर जयपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उच्च पदाधिकारी से भाजपा का टिकट तंवर समाज से जुड़े लोगों को देने की वकालत करें. रानीपुरिया ने यह भी नहीं किया. अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि गोविंद रानीपुरिया ने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया और कार्यकर्ताओं की भी कोई पूछ उन्होंने नहीं की थी. केवल कुछ रिश्तेदारों को लेकर ही वह घूमते रहे.
प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना था कि उनकी नाराजगी लोधा समाज से नहीं है, किसी भी व्यक्ति को टिकट दे दें, लेकिन गोविंद रानीपुरिया का टिकट बदलना चाहिए. इधर पूरे मामले में विधायक गोविंद रानी पुरिया ने कहा कि क्षेत्र से कई लोगों ने भाजपा प्रत्याशी के रूप विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी में आवेदन किया था, लेकिन भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति ने मुझ पर विश्वास जताते हुए मुझे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी घोषित किया है. नाराज हुए लोग भाजपा परिवार के ही हैं, उन्हें जल्द ही बातचीत कर मान लिया जाएगा और सभी भाजपा के कार्यकर्ता मिलकर चुनाव लड़ेंगे.