झालावाड़. जिले में मंगलवार को मौसम ने एक बार फिर से पलटा खाया और दोपहर बाद शाम होते-होते आसमान में काले बादलों का डेरा जमा हो गया. कुछ ही देर में झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो करीब 1 घंटे तक चला. इस दौरान चले तेज अंधड़ ने जमकर तबाही मचाई. इस दौरान अलग-अलग हादसों में 2 लोगों की मौत हो गई.
तेज हवाओं से झालावाड़ शहर में विभिन्न चौराहों और दुकानों पर लगे कहीं बोर्ड पर फ्लेक्स धराशाई हो गए, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेड़ और विद्युत पोल टूटने की सूचनाएं मिल रही है. उधर बारिश और तूफान ने मनोहरथाना क्षेत्र में भी जमकर कहर बरपाया, जहां बारिश के साथ चली तूफानी हवाओं ने कई कच्चे मकानों के टीन टप्पर उड़ा दिए, तो दर्जनों विद्युत पोल भी धराशाई हो गए. इस दौरान दो अलग-अलग हादसों में 2 लोगों की भी मौत हो गई.
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जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के सरेड़ी गांव में आज दोपहर बाद चले अंधड़ और बारिश में खेत पर बने एक छप्परपोश मकान के टीनशेड उड़ गए. इस दौरान टीनशेड के ऊपर रखे पत्थरों के गिरने से नीचे बैठे 55 वर्षीय बुजुर्ग बिरम चंद की दर्दनाक मौत हो गई, तो वहीं घर में रखा सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया. उधर बारिश जनित एक अन्य हादसा मनोहरथाना क्षेत्र के कोलूखेड़ी डैम इलाके में हुआ, जहां तेज आंधी के कारण एक विद्युत पोल गिर कर धराशाई हो गया. इसके नीचे दबने से एक श्रमिक रामप्रसाद भील की मौके पर ही मौत हो गई.
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अचानक हुई बारिश से खेतों में खड़ी मसूर की फसलों को नुकसान पहुंचने की सूचना मिल रही है. मौसम विभाग की माने तो मौसम में यह बदलाव अभी 1 दिन और जारी रह सकता है. मनोहरथाना थानाधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि शुक्रवार दोपहर बाद चले आंधी तूफान में दो लोगों की मौत हुई है. वहीं कई किसानों के घरों के टीन टप्पर उड़ जाने के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा है.