अकलेरा (झालावाड़). जिले के बिदायगी गांव का किसान हंसराज मीणा ने रबी फसल के मौसम में मक्का की बेहतर पैदावार को लेकर हाड़ौती संभाग के किसानों के साथ-साथ कृषि विभाग को उम्मीद की नई किरण दिखाई है. किसान हंसराज की मानें तो पिछले वर्ष उसने खेत की मेड़ पर मुट्ठी भर मक्का बीज की बुवाई की थी. इससे हरे भुट्टे के साथ-साथ 40 से 50 किलो मक्का की पैदावार उसे मिली थी. हंसराज ने इस वर्ष 2 बीघा क्षेत्र में मक्का बुवाई की जिसका परिणाम शानदार रहा.
किसान हंसराज का कहना है कि खरीफ में मक्का की औसत पैदावार 10 क्विंटल प्रति बीघा के करीब रहती है, लेकिन रबी मक्का में एक समान ऊपर तक दानों से भरे हुए भुट्टों को देखकर कहा जा सकता है कि खरीफ से 2-3 क्विंटल ज्यादा उत्पादन मिलेगा. बता दें कि किसान हंसराज जैविक तरीके से फसल का उत्पादन करता है. साथ ही हंसराज आए दिनों आसपास के क्षेत्रों के किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करता रहता है.
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हंसराज ने बताया कि 2 बीघा क्षेत्र में नवंबर के प्रथम सप्ताह में मक्का के बीज की बुवाई की थी. फसल तैयार करने में 6 बार सिंचाई की जरूरत पड़ी. बता दें कि हाड़ौती संभाग में रबी मक्का का उत्पादन नहीं होता है. प्रदेश के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर जिला के किसान रबी में मक्का का उत्पादन नहीं करते हैं. किसान हंसराज मीणा ने बताया की मक्का का रकबा भी खरीफ के मौसम में होने वाली मक्का से अधिक है.