मनोहर थाना (झालावाड़). जिले में कोरोना और लॉकडाउन के चलते लोगों को कई समस्याओं का समाना करना पड़ रहा है. लेकिन इस समय कई लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना भी बहुत मुश्किल हो रहा है. वहीं सरकार और समाज सेवियों की ओर से जगह-जगह राशन सामग्री वितरित की जा रही है. उसके बावजूद भी कई लोग उनकी मदद से महरुम है.
पढ़ेंः झालावाड़ः महकने से पहले ही उजड़ गई फूलों की बगियां, जानवरों का चारा बन रहे खिले फूल
जिले के बस्ती वासीयों ने बताया कि दिन में 180 से लेकर 350 तक कमा लेते थे. जिससे परिवार का पालन करते थे, लेकिन लॉकडाउन होने के कारण ना तो मजदूरी के लिए निकल पा रहे हैं और ना ही निर्माण कार्य चल रहे हैं. इससे उनको मजबूरी में घरों पर ही कैद रहना पड़ रहा है. वहीं आदिवासी ने बताया कि मौहल्ले में से कोई भोजन का पैकेट दे जाता है, तो खाना लेते है नहीं तो भूखे पेट सो जाते हैं.