झालावाड़. चिकित्सा विभाग के नए डायरेक्टर रोहित कुमार सिंह अनोखा कदम उठाया है. जिले में 'नव-जीवन, नव-अंकुर' नाम से एक अभियान की शुरूआत की गई है. जिसके तहत अब नवजात शिशु के परिजनों को पौधरोपण करना होगा. इसके साथ उन्हें पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी.
बता दें कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर दुनिया भर में अनेक लोग और संस्थाएं सराहनीय काम कर रहे हैं. ऐसे में चिकित्सा विभाग ने भी नवाचार करते हुए सराहनीय कदम उठाया है. अब से सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव के बाद नवजात शिशु के परिजनों को पौधरोपण करना होगा. नवजात शिशु के परिजनों को पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी संभालनी होगी. परिजन पौधे पर नवजात शिशु के नाम की पट्टी भी लगा सकेंगे.
झालावाड़ सीएमएचओ डॉ साजिद खान ने बताया कि चिकित्सा विभाग के नए डायरेक्टर रोहित कुमार सिंह ने आदेश जारी किया है. जिसमें नवजात शिशु के जन्म के बाद उनके परिजनों को अगर स्वास्थ्य केंद्र पर जगह है तो वहां नहीं तो बाहर एक पौधा लगाना होगा तथा उस पौधे की देखभाल करने की जिम्मेदारी भी परिजनों की ही होगी.
पौधरोपण के माध्यम से लोगों से लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा ताकि लोग पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक हों. सीएचएमओ ने बताया कि पौधे के ऊपर परिजन नवजात शिशु के नाम की पट्टी भी लगा सकेंगे. पौधरोपण से कुछ दिनों में आ रही वर्षा ऋतु में उन पौधों के बढ़ने की संभावनाएं भी अधिक हो जाएगी.