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Special: झालावाड़ को मिली 168 लाख के ऑक्सीजन प्लान्ट एवं स्टोरेज टैंक की सौगात, ऑक्सीजन की कमी होगी दूर

कोरोना काल के दौरान जहां ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोग दम तोड़ रहे हैं. ऐसे में ऑक्सीजन की जरूरत को देखते हुए राज्य सरकार ने झालावाड़ को ऑक्सीजन प्लांट और स्टोरेज टैंक की सौगात दी है. जिनका निर्माण 168 लाख रुपये की लागत से होगा. इससे जिले में ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जाएगा.

Oxygen plant at Jhalawar, Medical College Jhalawar
झालावाड़ को मिली 168 लाख के ऑक्सीजन प्लान्ट एवं स्टोरेज टैंक की सौगात
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Published : May 10, 2021, 12:16 PM IST

झालावाड़. कोरोना के इस दौर में पूरे देश में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में मरीज दम तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में ऑक्सीजन ही वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत बन गई है. इसी बीच झालावाड़ के लिए बहुत बड़ी सौगात देखने को मिली है. जिले के मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल को ऑक्सीजन प्लांट एवं स्टोरेज टैंक की सौगात मिली है. जिनका 168 लाख रुपए की लागत से निर्माण किया जाएगा. जिससे अब जिले में ऑक्सीजन की कमी दूर होगी. इसको लेकर प्रशासन ने कार्य भी शुरू करवा दिया है.

झालावाड़ को मिली सौगात

90 सिलेण्डर प्रतिदिन की क्षमता वाला पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट

श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय स्थित न्यू इमरजेंसी में 115.64 लाख की लागत वाले पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट की स्थापना होगी. जिसकी स्वीकृति राज्य सरकार द्वारा जारी कर दी गई है. इस प्लान्ट से प्रतिदिन करीब 90 सिलेण्डर की आपूर्ति हो सकेगी. इससे प्रतिदिन लगभग 150 मरीजों को ऑक्सीजन मिल पाएगी.

Oxygen plant at Jhalawar, Medical College Jhalawar
मेडिकल कॉलेज में लगेगा 20 हजार लीटर क्षमता का लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लान्ट

मेडिकल कॉलेज में लगेगा 20 हजार लीटर क्षमता का लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लान्ट

राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में 52.50 लाख रुपए के 20 हजार लीटर क्षमता वाले लिक्विड ऑक्सीजन प्लान्ट की स्वीकृति जारी की गई है. जिसमें मेडिकल कॉलेज द्वारा ऑक्सीजन गैस मंगाकर कॉलेज के अंदर ही ऑक्सीजन गैस स्टोर की जा सकेगी. जिससे मरीेजों को सीधे ही न्यू इमरजेंसी ब्लॉक श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय में ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी.

Oxygen plant at Jhalawar, Medical College Jhalawar
168 लाख के ऑक्सीजन प्लान्ट एवं स्टोरेज टैंक का निर्माण

इस प्लान्ट में डायरेक्ट टैंकर से लिक्विड ऑक्सीजन भरी जा सकेगी और कोविड-19 के मरीजों को हाई प्रेशर पर ऑक्सीजन सीधे पाइप से ही सप्लाई की जा सकेगी. इससे कोविड के आईसीयू व वेंटिलेटर के मरीजों के साथ-साथ चिकित्सालय में भर्ती सभी श्रेणियों के मरीजों को आवश्यकता होने पर निर्बाध रूप से ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति की जा सकेगी.

वर्तमान में यह है स्थिति

झालावाड़ अस्पताल में जैसे ही कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तभी से ऑक्सीजन की कमी लगातार चली आ रही है. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को शुरुआत से ही ऑक्सीजन की सप्लाई झालावाड़ की सिया गैसेज नामक कंपनी द्वारा की जा रही है. जिसकी लिक्विड ऑक्सीजन भोपाल से आया करती थी, किंतु मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन का संकट होते ही भोपाल प्लांट से सिया गैसेज को ऑक्सीजन मिलना बंद हो गई और उनका ठेका खत्म कर दिया गया. जिसके चलते सिया गैसेज ने भी हाथ खड़े कर दिए. तब से राजस्थान सरकार द्वारा सिया गैसेज को लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है.

पढ़ें- Special: मददगार बनी युवाओं की 'हेल्प भीलवाड़ा', ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा सहित भोजन जरुरतमंदों तक पहुंचा रहे

वहीं कुछ दिनों पूर्व मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन का एक प्लांट अस्पताल में स्थापित कर चालू किया गया था. इस प्लांट की क्षमता 90 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन करने की है, जो इसके द्वारा लगातार किया जा रहा है, किंतु जरूरत के हिसाब से पर्याप्त उत्पादन नहीं हो पा रहा है. क्योंकि मरीजों की आवश्यकता के अनुसार प्रतिदिन 600 से 700 आक्सीजन सिलेंडरों की खपत हो रही है. ऐसे में उनके पास 1 दिन से अधिक की गैस का स्टॉक नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते अस्पताल और मेडिकल कॉलेज प्रशासन लगातार तनाव में रहता है तथा समय पर ऑक्सीजन की सप्लाई में जरा सी भी चूक होने पर अनहोनी की आशंका बनी रहती है. ऐसे में अब ऑक्सीजन प्लांट और स्टोरेज टैंक बनने से झालावाड़ को बडी राहत मिलेगी.

अतिरिक्त जिला कलेक्टर दाताराम ने बताया कि वर्तमान में कोरोना के बढ़ते संक्रमण एवं ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन की मांग पर राज्य सरकार द्वारा झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को 168 लाख रुपए के नवीन ऑक्सीजन प्लान्ट एवं स्टोरेज टैंक के रूप में नई सौगात प्रदान की गई है. इनके कार्यादेश भी राज्य स्तर पर जारी कर दिए गए हैं.

झालावाड़. कोरोना के इस दौर में पूरे देश में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. ऑक्सीजन सिलेंडर के अभाव में मरीज दम तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में ऑक्सीजन ही वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत बन गई है. इसी बीच झालावाड़ के लिए बहुत बड़ी सौगात देखने को मिली है. जिले के मेडीकल कॉलेज एवं अस्पताल को ऑक्सीजन प्लांट एवं स्टोरेज टैंक की सौगात मिली है. जिनका 168 लाख रुपए की लागत से निर्माण किया जाएगा. जिससे अब जिले में ऑक्सीजन की कमी दूर होगी. इसको लेकर प्रशासन ने कार्य भी शुरू करवा दिया है.

झालावाड़ को मिली सौगात

90 सिलेण्डर प्रतिदिन की क्षमता वाला पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट

श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय स्थित न्यू इमरजेंसी में 115.64 लाख की लागत वाले पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट की स्थापना होगी. जिसकी स्वीकृति राज्य सरकार द्वारा जारी कर दी गई है. इस प्लान्ट से प्रतिदिन करीब 90 सिलेण्डर की आपूर्ति हो सकेगी. इससे प्रतिदिन लगभग 150 मरीजों को ऑक्सीजन मिल पाएगी.

Oxygen plant at Jhalawar, Medical College Jhalawar
मेडिकल कॉलेज में लगेगा 20 हजार लीटर क्षमता का लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लान्ट

मेडिकल कॉलेज में लगेगा 20 हजार लीटर क्षमता का लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लान्ट

राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में 52.50 लाख रुपए के 20 हजार लीटर क्षमता वाले लिक्विड ऑक्सीजन प्लान्ट की स्वीकृति जारी की गई है. जिसमें मेडिकल कॉलेज द्वारा ऑक्सीजन गैस मंगाकर कॉलेज के अंदर ही ऑक्सीजन गैस स्टोर की जा सकेगी. जिससे मरीेजों को सीधे ही न्यू इमरजेंसी ब्लॉक श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय में ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी.

Oxygen plant at Jhalawar, Medical College Jhalawar
168 लाख के ऑक्सीजन प्लान्ट एवं स्टोरेज टैंक का निर्माण

इस प्लान्ट में डायरेक्ट टैंकर से लिक्विड ऑक्सीजन भरी जा सकेगी और कोविड-19 के मरीजों को हाई प्रेशर पर ऑक्सीजन सीधे पाइप से ही सप्लाई की जा सकेगी. इससे कोविड के आईसीयू व वेंटिलेटर के मरीजों के साथ-साथ चिकित्सालय में भर्ती सभी श्रेणियों के मरीजों को आवश्यकता होने पर निर्बाध रूप से ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति की जा सकेगी.

वर्तमान में यह है स्थिति

झालावाड़ अस्पताल में जैसे ही कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तभी से ऑक्सीजन की कमी लगातार चली आ रही है. झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को शुरुआत से ही ऑक्सीजन की सप्लाई झालावाड़ की सिया गैसेज नामक कंपनी द्वारा की जा रही है. जिसकी लिक्विड ऑक्सीजन भोपाल से आया करती थी, किंतु मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन का संकट होते ही भोपाल प्लांट से सिया गैसेज को ऑक्सीजन मिलना बंद हो गई और उनका ठेका खत्म कर दिया गया. जिसके चलते सिया गैसेज ने भी हाथ खड़े कर दिए. तब से राजस्थान सरकार द्वारा सिया गैसेज को लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है.

पढ़ें- Special: मददगार बनी युवाओं की 'हेल्प भीलवाड़ा', ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा सहित भोजन जरुरतमंदों तक पहुंचा रहे

वहीं कुछ दिनों पूर्व मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन का एक प्लांट अस्पताल में स्थापित कर चालू किया गया था. इस प्लांट की क्षमता 90 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन करने की है, जो इसके द्वारा लगातार किया जा रहा है, किंतु जरूरत के हिसाब से पर्याप्त उत्पादन नहीं हो पा रहा है. क्योंकि मरीजों की आवश्यकता के अनुसार प्रतिदिन 600 से 700 आक्सीजन सिलेंडरों की खपत हो रही है. ऐसे में उनके पास 1 दिन से अधिक की गैस का स्टॉक नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते अस्पताल और मेडिकल कॉलेज प्रशासन लगातार तनाव में रहता है तथा समय पर ऑक्सीजन की सप्लाई में जरा सी भी चूक होने पर अनहोनी की आशंका बनी रहती है. ऐसे में अब ऑक्सीजन प्लांट और स्टोरेज टैंक बनने से झालावाड़ को बडी राहत मिलेगी.

अतिरिक्त जिला कलेक्टर दाताराम ने बताया कि वर्तमान में कोरोना के बढ़ते संक्रमण एवं ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए जिला प्रशासन की मांग पर राज्य सरकार द्वारा झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को 168 लाख रुपए के नवीन ऑक्सीजन प्लान्ट एवं स्टोरेज टैंक के रूप में नई सौगात प्रदान की गई है. इनके कार्यादेश भी राज्य स्तर पर जारी कर दिए गए हैं.

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