झालावाड़. कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए चलाए जा रहे 'नो मास्क-नो एंट्री' अभियान के तहत झालावाड़ कलेक्टर ने शनिवार को शहर में मास्क वितरित किए. साथ ही इस दौरान उन्होंने गली-गली घूमकर राहगीरों, दुकानदारों और लोगों से मास्क पहनने की अपील भी की.
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस की अभी कोई दवा या वैक्सीन नहीं है. ऐसे में मास्क ही कोरोना की वैक्सीन है. इसलिए घर से बाहर निकलने पर आवश्यक रूप से मास्क पहने और कोरोना की रोकथाम में जिला प्रशासन का सहयोग करें. बढ़ते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने जुलाई माह से 'नो मास्क-नो एंट्री' अभियान चला रखा था. जिसके बाद राज्य सरकार के निर्देश भी मिले. ऐसे में कोरोना जन जागरूकता अभियान के तहत अब लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक किया जा रहा है.
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बता दें कि, गहलोत सरकार ने प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 'नो मास्क-नो एंट्री' अभियान चला रखा है. जिसके तहत बिना मास्क के बाहर घूम रहे लोगों को मास्क वितरित किए जा रहे हैं. साथ ही लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है और मास्क लगाकर बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है. लोगों को बताया जा रहा कि कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क ही सबसे सरल और कारगर उपाय है.