अलवर. जिले के थानागाजी तहसील में मिले शव की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. बता दें कि गत गुरुवार को थाने से महज 200 मीटर दूरी पर एक शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी. इस घटना की सूचना थाने में दी गई, सूचना पर थानाधिकारी व पुलिस उप अधीक्षक मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों व आसपास क्षेत्र में शव की शिनाख्त के प्रयास किए, शिनाख्त नहीं होने पर शव को मोर्चरी में रखवाया. घटना के 72 घंटे बाद पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाया और घटना के एक आरोपी को गिरफ़्तार किया है.
अलवर पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि 9 जनवरी को थानागाजी पुलिस को सूचना मिली कि थाने के करीब 200 मीटर दूरी पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम द्वारा मौके का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए गए. मृतक की शिनाख्त के प्रयास थानागाजी पुलिस द्वारा किए गए. घटना की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया. पुलिस ने शव की पहचान रामपाल (52) पुत्र मूलचंद निवासी महुआ कला पुलिस थाना मालाखेड़ा के रूप में की. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराकर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 12 जनवरी को अनुसंधान के दौरान मृतक की पत्नी के संदिग्ध होने पर उसे दस्तयाब किया गया. जहां उसने पूछताछ में वारदात में शामिल होना कबूला.
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पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि मृतक की पत्नी (42) ने अपने पुरुष मित्र सुभाष (26) के साथ मिलकर पहले अपने पति का अपहरण किया. इसके बाद उसे थानागाजी में बंधक बना कर रखा. दोनों ने मिलकर मृतक रामपाल की चाकू से गर्दन व नाक पर प्रहार कर हत्या कर लाश को नदी में डाल दिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल महिला को गिरफ्तार किया गया व आरोपी सुभाष की तलाशी के लिए टीम का गठन किया गया है.