झालावाड़. जिले के झालरापाटन के ऐतिहासिक चंद्रभागा पशु मेले की शुक्रवार से शुरुआत हो गई है. इस मेले में न सिर्फ राजस्थान से बल्कि मध्यप्रदेश से भी पशुपालक घोड़ों के साथ पहुंच रहे हैं.
बता दें कि झालावाड़ जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद चतुर्वेदी ने पशु मेले का उद्घाटन किया. प्रदेश में पुष्कर के पशु मेले के बाद चंद्रभागा का पशुमेला सबसे प्रसिद्ध पशुमेला माना जाता है. जिसमें पुष्कर के पशु मेले के बाद पशुपालक धीरे-धीरे चंद्रभागा के मेले में पशुओं को बेचने के लिए पहुंचते हैं.
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ऐसे में मेले की शुरुआत के बाद धीरे-धीरे मेले में पशुपालक पहुंच रहे हैं. इस मेलें में पशुओं के सजाने का सामान बड़ी तादाद में खरीदा और बेचा जाता है. चंद्रभागा मेले में सबसे ज्यादा बिक्री घोड़ों की होती है. ऐसे में न सिर्फ राजस्थान से बल्कि मध्यप्रदेश से भी पशुपालक घोड़ों के साथ पहुंच रहे हैं. पशुपालकों ने बताया कि वे यहां पर अपने घोड़ों के साथ बहुत सालों से आ रहे हैं. उनको यहां पर घोड़ों की अच्छी कीमत मिल जाती है.
साथ ही उनके घोड़े यहां पर 75 हजार से 1.25 लाख रुपए के बीच में बिक जाते हैं. शुरुआती दिनों में तो यहां पर बहुत कम विक्रेता और खरीददार थे. लेकिन अब शुक्रवार को उद्घाटन हो गया है तो धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती जा रही है. जिससे मेले में रौनक आ गई है.
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वहीं पशुपालकों ने मेले में प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्थाओं को लेकर संतोष प्रकट किया. उनका कहना है कि प्रशासन ने सड़क, सुरक्षा और शौचालय की ठीक व्यवस्था की थी. लेकिन गुरुवार को आई आंधी और बारिश की वजह से सारी व्यवस्था खराब हो गई है. ऐसे में प्रशासन द्वारा फिर से व्यवस्थाओं को सही करवाया जा रहा है.