झालावाड़. जिले में चोरों की ओर से फिर से ट्रेन संचालन के लिए लगे बिजली के तार (ओएचई) काटने का मामला सामने आया है. इस बार चोर तार को ले जाने में कामयाब नहीं हो सके. आरपीएफ के मौके पर पहुंचने से चोर कटे तारों को छोड़कर भाग खड़े हुए. इससे इस बार बड़ी चोरी होने से बच गई.
25 हजार वोल्ट की चालू लाइन से बिजली के तार काटने की 5 दिन में यह दूसरी घटना है. यह घटना भी झालरापाटन और जूना खेड़ा के बीच पहले वाली जगह से करीब चार-पांच किलोमीटर पहले हुई है.
अधिकारियों ने बताया कि चोरों की ओर से बिजली के तार काटते ही लाइन ट्रिप हो गई. इसकी सूचना तुरंत कोटा कंट्रोल रूम का मिल गई. कंट्रोल रूम की सूचना पर गश्ती जवान तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए. जवानों को आता देख चोर कटा हुआ बिजली का तार मौके पर छोड़कर भाग खड़े हुए. चोर एक तरफ का तार काट चुके थे दूसरी तरफ से काटने की तैयारी थी. सूचना पर कोटा से वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त विजय कुमार पंडित रामगंजमंडी पहुंचे. गुरुवार आधी रात तक भी पंडित रामगंजमंडी में ही मौजूद थे.
पहले भी हो चुकी है घटना
बता दें कि झालरापाटन और जूनाखेड़ा के बीच पिछले हफ्ते शुक्रवार रात को भी चोर करीब 10 लाख रुपए मूल्य का बिजली का तार काटकर ले जा चुके हैं. इसके बाद प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने कोटा और रामगंजमंडी का दौरा किया था.
उसके बाद चोरों को पकड़ने के लिए आरपीएफ क्राइम और खुफिया विभाग के आधा दर्जन निरीक्षक और उप निरीक्षक सहित दर्जनों जवान झालावाड़ में डेरा डाले हुए हैं. लेकिन इसके बाद भी चोरों ने दोबारा से तार काट दिए. हालांकि आरपीएफ की सतर्कता से चोर कटे तारों को ले जाने में कामयाब नहीं हो सके. इसके चलते यहां इस बार बड़ी चोरी होने से बच गई.