मनोहरथाना (झालावाड़). दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस से लगातार लोगों की जान जा रही है. लॉक डाउन से एक तरफ लोगों का इस बीमारी से बचाव हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे भी देखने को मिल रही है.
झालावाड़ जिला कृषि प्रधान क्षेत्र है और गेहूं-चने सरसों सभी उत्पादनों में प्रदेश में नंबर वन पर है. इन दिनों गेहूं, चना, सरसों सभी की फसलें पक कर कटाई के लिए तैयार है. लेकिन, कोरोना वायरस के प्रकोप का असर किसानों की खून पसीने की गेहूं-चने सरसों की फसल पर देखने को मिला है.
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ये समय किसानों की गेहूं-चने सरसों की फसल की कटाई का होता है लेकिन, कोरोना वायरस के चलते जिले को लॉक डाउन कर दिया है, अब 21 दिनों तक बंद रहेगा. लॉकडाउन के दौरान किसान अपने गेहूं-चने सरसों की खड़ी फसल की कटाई नहीं कर पाएंगे. साथ ही बेमौसम हो रही बरसात से फसल के नुकसान होने का डर है.