झालावाड़ः पिछले दिनों झालावाड़ में हुई मूसलाधार बारिश ने जिले भर में कहर बरपाया है. जहां जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के खेतों में पानी घुस जाने से फसले बर्बाद हो गई और कई घर ढह गए. तो वहीं झालावाड़ शहर में भी निचले इलाकों में बसे हुए लोगों के घरों में पानी घुस गया है. जिसके चलते उनकी निजी व्यवसाय में काफी नुकसान देखने को मिला है.
झालावाड़ शहर के निचले हिस्सों में बसे कुम्हार परिवारों जो की मिट्टी का काम करते हुए बर्तन बनाते थे. उनको सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा है. इन लोगों के घरों में रखी हुई बर्तन बनाने की मिट्टी बारिश के पानी के साथ बह गई है और मिट्टी के तैयार बर्तन वो चाहे मटकी हो या अन्य बर्तन हो उन सभी को जहां ये लोग सोते हैं. उन कमरों में रखना पड़ रहा रहा है. जिसके चलते इन लोगों को सही ढंग से नींद भी नसीब नहीं हो रही है.
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स्थानीय निवासी दिनेश कुमार प्रजापति ने बताया कि पूरे शहर की बरसात का पानी उनके पास से ही होकर निकलता का है. ऐसे में पूरा पानी उनके घरों में आ गया जिससे उनके घर डूब गए हैं और बर्तन बनाने वाली मिट्टी भी बह गई है. प्रजापति ने बताया कि तैयार हुए बर्तनों को बचाने के लिए वो उन्हें रसोई और अन्य रहने वाले कमरों में रख रहे हैं.