झालावाड़. अरब सागर के ऊपर बने पश्चिमी विक्षोभ के दबाव के कारण चक्रवाती तूफान तौकते से बचाव और सतर्कता को लेकर रविवार को जिला कलेक्टर हरि मोहन मीना की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई.
जिला कलेक्टर ने बताया कि मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के पूर्वानुमान के अनुसार चक्रवाती तूफान के कारण जिले में 16 और 17 मई, 2021 को कहीं-कहीं पर मेघगर्जन, वज्रपात के साथ अचानक तेज हवाओं के साथ मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है.
जिला कलेक्टर ने आगामी मौसम के मध्यनजर जिले के किसानों को सलाह दी है कि अगर उनकी फसलें कट कर तैयार हो चुकी है या खलिहान में पड़ी हैं तो उनका सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें. कृषि मंडियों में खुले आसमान में रखे हुए अनाज को ढककर और सुरक्षित स्थान पर रखें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके.
उन्होंने बताया कि खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी इस चक्रवाती तूफान के कारण चलने वाली तेज हवाओं से खतरा हो सकता है, उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखें. यदि अपने आस-पास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो पेड़ के नीचे शरण नहीं लें. तेज अंधड़ के समय बड़े पेड़ों के नीचे और कच्चे मकानों में शरण न लें. तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने और खम्भों के गिरने से क्षति होने की संभावना है. तेज अंधड़ के समय दृश्यता कम होने के कारण यातायात प्रभावित हो सकता है. ऐसे में वाहन चालक विशेष सावधानी बरतें.
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जिला कलेक्टर ने चक्रवाती तूफान तौकते के कारण चलने वाली तेज हवाओं, अंधड एवं भारी बारिश की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए पुलिस, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, विद्युत, जलदाय आदि संबंधित विभागों को सर्तक रहने के साथ-साथ विशेष तैयारी करने के निर्देश दिए है.
जिला कलेक्टर ने इस दौरान राजकीय अस्पतालों में भर्ती कोविड 19 मरीजों को ऑक्सीजन और विद्युत की आपूर्ति निर्बाध रूप से बनाए रखने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को विशेष निर्देश प्रदान किए है. बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर दाताराम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार यादव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी उपखण्ड अधिकारी मुहम्मद जुनैद और अन्य लोग उपस्थित थे.