डग (झालावाड़). डग पंचायत समिति की ग्राम पंचायत दुधालिया के चाचुन्नी गांव में जीवित व्यक्ति को मृत बताकर उसकी पेंशन बंद कर दी गई. दुधालिया गांव निवासी मानालाल पुत्र नंदलाल ने बताया कि पिछले 8 माह से पेंशन नहीं मिली है, इस कारण उसे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है.
70 साल के मानालाल पेंशन बंद होने के कागजात लेकर ईटीवी भारत की टीम के पास पहुंचे. साथ ही बताया कि जो पेंशन सरकार द्वारा दी जा रही थी, वह पिछले 8 माह से बंद है. इस कारण उन्हें आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पेंशन नहीं मिलने के कारण ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और बैंक में पूछा तो संतुष्ट जवाब नहीं मिला. उसने गांव के ही नारायण सिंह और डग ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भगवान सिंह से इसके लिए मदद मांगी. उन्होंने पंचायत समिति डग से पेंशन न मिलने के कारणों की जानकारी की तो कार्मिक द्वारा पेंशन बंद होने के दस्तावेज दिखाए गए.
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इस पर पेंशन धारी सकते में आ गया. वह अपने जीवित होने के प्रमाण पत्र के लिए सीधा पुलिस थाने गया और कहा कि मैं अभी जिंदा हूं. ग्राम विकास अधिकारी ने मृत घोषित कर दिया. ग्राम पंचायत दुधालिया के ग्राम विकास अधिकारी द्वारा 14 पेंशनधारी की पेंशन बंद करने के लिए पंचायत समिति को एक पत्र दिनांक 6 सितंबर 2019 को लिखा था, जिसमें कुल 14 व्यक्तियों की पेंशन बंद कराई गई.
दुधालिया पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी रजत लोधा का कहना है कि मामला जानकारी में आया है, इसकी जानकारी ली जाएगी. एक ही नाम के दो व्यक्ति चाचुन्नी में तो नहीं. क्योंकि एक मानालाल पुत्र नंदलाल की मृत्यु 21 जुलाई 2017 को हो चुकी है, इसका प्रमाण-पत्र हमारे पास मौजूद है.