झालावाड़. भील समाज के युवाओं ने एसटी वर्ग में अलग से 6% आरक्षण की मांग करते हुए नेशनल हाइवे 52 जाम कर दिया. भील छात्रों ने शहर में एक वाहन रैली भी निकाली. नारेबाजी करते हुए छात्रों ने उग्र प्रदर्शन किया.
मामले की जानकारी मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची. भील समाज के छात्रों को समझाने का प्रयास किया. छात्र मौके पर ही किसी वरिष्ठ अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. अधिकारियों को सूचना मिलने के आधे घंटे बाद तक जिला प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. जिससे छात्र और आक्रोशित हो गए और टायर जलाकर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे.
आधे घंटे के बाद एसडीएम और डीएसपी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन छात्र राज्य सरकार के किसी मंत्री या सीएम से अपनी वार्ता कराने की बात पर अड़े रहे. आंदोलनकारी छात्रों की मौके पर पहुंचे अधिकारियों से भी तीखी नोंक झोंक हो गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस का भारी जाब्ता भी मौके पर पहुंच गया.
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राजस्थान आदिवासी भील आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे आंदोलन मे छात्रसंघ अध्यक्ष अरविंद भील ने कहा कि राष्ट्रीय जनजाति आयोग भारत सरकार द्वारा भेजी गई अनुशंसा रिपोर्ट को लागू किया जाए. साथ ही बारां जिले में जिस तरह सहरिया आदिवासी जनजाति वर्ग में शामिल होते हुए भी सरकारी नौकरी में अलग से विशेष कोटा ले रहे हैं उसी प्रकार से भील समाज को भी अलग कोटा दिया जाए.
इसके अलावा जिस प्रकार से गुर्जर समाज को 5% अलग से आरक्षण दिया गया उसी प्रकार से मीणाओं को छोड़कर दूसरी जातियों को एसटी में शामिल कर राहत दी जाए. वहीं हरियाणा सरकार की तर्ज पर एसटी वर्ग में भी उप वर्ग बनाये जाएं. इसी मांग को लेकर छात्र आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. ऐसे में आज भील समाज के लोग नेशनल हाईवे 52 को जाम कर दिया. बाद में मौके पर पहुंचे अधिकारियों की समझाइश पर छात्रों ने एनएच 52 से जाम हटाया और जिला कलेक्टर से वार्ता करने के लिए रवाना हुए.