झालावाड़. कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की दोनों इकाइयों में बीते 2 दिनों से उत्पादन पूरी तरह ठप पड़ा (Kalisindh Thermal Power Plant in Jhalawar) हुआ था. तकनीकी खामियों के चलते दोनों इकाईया बंद थीं, इसमें देर शाम को सफलता मिली और पहली इकाई को सिंक्रोनाइज करने के बाद रविवार सुबह एक बार फिर से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया. हालांकि प्लांट की दूसरी इकाई की खामियां फिलहाल दूर नहीं हो पाई है और इसके सुचारू होने में करीब 3 दिन का समय और लग सकता है.
कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के अधिशासी अभियंता सुरेश खंडेलवाल ने बताया कि 2 दिन पूर्व कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की 600-600 मेगा वॉट की दोनों इकाइयों में तकनीकी खामियां आ गई थी. इसके कारण विद्युत उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया था. लेकिन इंजीनियरों की टीम लगातार मरम्मत कार्य में जुटी रही. जिसमें सफलता हासिल हुई और प्रथम इकाई को सिंक्रोनाइज किया गया, जिसके बाद रविवार सुबह से पहली इकाई से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया है. हालांकि दूसरी इकाई की तकनीकी खामियों को दुरुस्त करने में फिलहाल समय लगता दिख रहा है. हालांकि इंजीनियरों की टीम मरम्मत कार्य में लगातार लगी हुई है.
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कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट में आपूर्ति किए जा रहे कोयला की गुणवत्ता ठीक नहीं है और बड़ी मात्रा में डस्ट आ रही (Electricity generation resumed at Kalisindh) है. इसके चलते बॉयलर लीकेज की समस्या लगातार सामने आ रही है. डस्ट वाले कोयले के कारण ट्यूब में रगड़ लगने से बॉयलर को भी नुकसान पहुंच रहा है. वहीं, इसके कारण दोनों इकाइयां पूरी क्षमता से विद्युत का उत्पादन भी नहीं कर पा रही है.