झालावाड़. जिला कारागृह से तीन कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार होने का मामला सामने आया है. जेल प्रशासन ने हड़कंप जिले के सभी पुलिस थानों को कैदियों के फरार होने की सूचना, नाम, फोटो और पते भिजवा दिए गए जिसके बाद लगातार नाकाबंदी की जा रही है. वहीं अधिकारी कार्रवाई में लगे होने का हवाला देकर जवाब देने से बचते हुए नजर आ रहे हैं.
झालावाड़ के जिला कारागृह से तीन कैदियों के फरार होने का मामला सामने आया है. जेल में दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट के तहत सजा काट रहे तीन बंदी जेल की दीवार लांग कर फरार हो गए लेकिन रोचक तथ्य है कि कैदियों के फरार होने का जेल प्रशासन को पता ही नहीं लग पाया और दोपहर के समय जब गिनती में तीन कैदी कम पाए गए. तब भी जेल प्रशासन नहीं चेता लेकिन शाम के खाने के समय जब दोबारा कैदियों की गिनती की गई तब भी तीन कैदी कम पाए गए जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और जिले के पुलिस थानों को कैदियों के फरार होने की सूचना दी गई. साथ ही उनके नाम, पते व फोटो भी सभी थानों में भेजे गए. जिसके बाद पुलिस द्वारा लगातार नाकाबंदी की जा रही है.
कैदियों के फरार होने से जेल प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं क्योंकि जेल प्रशासन एक तरफ तो दावा करता है कि जेल की दीवारों पर बिजली के तारों की फेंसिंग करवाई हुई है. ऐसे में ये तीनों कैदी जेल की दीवार फांदकर कैसे फरार हो गए.
फरार कैदियों में डग निवासी बालमुकुंद है जो कि पोक्सो एक्ट के तहत सजा काट रहा था. वहीं दूसरा कैदी सोहन कुमार है जो पिड़ावा का रहने वाला है और दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहा था. वहीं तीसरा कैदी दिनेश कुमार जो कि मंडावर का रहने वाला है. वह भी दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहा था.
वहीं कैदियों के फरार होने के मामले को लेकर जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने जेल के डिप्टी एसपी राजपाल सिंह से बात करने की कोशिश की तो वह कार्रवाई में लगे होने का हवाला देकर जवाब देने से बचते हुए नजर आए.