झालावाड़. पुलिस ने 6 अगस्त की रात को झालरापाटन थाना क्षेत्र की शांति विहार कॉलोनी में शिक्षक सीताराम गौड़ और उनके परिवार पर किए गए जानलेवा हमले की वारदात में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक देसी पिस्टल और वारदात में प्रयुक्त कार बरामद करने में सफलता प्राप्त की है. झालावाड़ जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग सिद्धू ने मामले का खुलासा किया है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि झालरापाटन थाने के अंतर्गत आने वाली शांति विहार कॉलोनी निवासी सीताराम गौड़ ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि झालावाड़ शहर के खंड्या तिराहे के पास उनका रजिस्ट्री सुदा प्लॉट है. इस पर राड़ी के बालाजी रोड निवासी राज बहादुर सिंह कब्जा करना चाहता है और वो आए दिन प्लॉट पर कब्जा छोड़ने का दबाव बनाने व कब्जा नहीं छोड़ने पर अंजाम के लिए तैयार रहने की धमकी देता था.
इसी के तहत 6 अगस्त की रात को राजबहादुर अपने कुछ साथियों के साथ उनके मकान का दरवाजा तोड़कर घुस आया और उनके परिवार को जान से मारने की नियत से फायरिंग की. इस दौरान आरोपियों ने मकान की खिड़कियां, दरवाजे और कार में तोड़फोड़ भी की थी. उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए विशेष टीम का गठन किया और वारदात में शामिल अपराधियों की तलाश शुरू की.
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मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी राज बहादुर सिंह और उसके सहयोगी हंसराज मीणा को गिरफ्तार कर लिया है. इनके कब्जे से एक पिस्टल और वारदात में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली है. मामले में चार अन्य आरोपी भुवनेश, सूरजभान सिंह, प्रदीप और नीरज की तलाश की जा रही है. एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी राजबहादुर हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काटकर काट चुका है. इसके अलावा इसके खिलाफ आधा दर्जन से अधिक मामले भी दर्ज हैं.