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टिड्डी प्रभावित किसानों के जख्मों पर राहत का मरहम, 25 हजार किसानों को 37 करोड़ रुपए मुआवजा

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Published : Feb 11, 2020, 2:27 PM IST

जालोर में टिड्डियों के हमले से किसानों की फसल बर्बाद हो गई. वहीं प्रशासन ने स्पेशल गिरदावरी करवाकर 25 हजार किसानों को 37 करोड़ रुपए मुआवजा राशि जारी कर राहत पहुंचाई है.

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जालोर के किसानों को मिला मुआवजा

जालोर. जिले में दिसंबर और जनवरी में हुए टिड्डियों के हमले में हजारों हेक्टेयर की रबी की फसल बर्बाद हो गई. जिससे किसानों का करोड़ों का नुकसान हो गया. जिला प्रशासन ने पहल करते हुए जिले में 34 हजार से ज्यादा अऋणी किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया. साथ में स्पेशल गिरदावरी करवाकर एसडीआरएफ के तहत 25 हजार से ज्यादा किसानों को सीधी राहत पहुंचाई है.

जालोर के किसानों को मिला मुआवजा

जिला कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि जिले में 13 दिसंबर को पहली बार जालोर के बेड़िया गांव से टिड्डियों ने प्रवेश किया था. उसके बाद कई बार टिड्डियों के झुंड ने खेतों में खड़ी रबी की फसल को बर्बाद कर दिया. जिसके बाद ज्यादा नुकसान होने के कारण सरकार ने जिले में स्पेशल गिरदावरी के आदेश जारी किए. कलेक्टर सोनी ने प्रयास कर स्पेशल गिरदावरी करवाकर एसडीआरएफ के तहत 25 हजार से ज्यादा किसानों के खातों में 37 करोड़ से ज्यादा की मुआवजा राशि जमा करवाई है.

पढ़ेंः दिल्ली में कांग्रेस की हार पर गम से ज्यादा भाजपा की हार से खुश हैं मंत्री धारीवाल, कही ये बात

जल्द मिलेंगे बीमा योजना के 25 प्रतिशत की राशि

वहीं कलेक्टर ने बताया की जिले में रबी की फसल खराबे के बाद किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया था. जिसमें 34 हजार से ज्यादा अऋणी किसानों ने फसलों का बीमा करवाया था. जिसपर राज्य सरकार ने 17 जनवरी को बीमा क्लेम की क्षति अधिसूचित कर दी. जिले में टिड्डियों द्वारा नष्ट की गई फसल का 174 करोड़ का क्लेम बना है. इसका 25 प्रतिशत यानी 44 करोड़ से ज्यादा की राशि सप्ताह अंदर किसानों के खातों में सीधी जमा हो जाएगी.

यह भी पढ़ें. Reality check: जयपुर की लो फ्लोर बसें 'चलो एप' से कितनी हुई स्मार्ट, देखें रिपोर्ट

अऋणी किसानों का बीमा करवाने में आई मुश्किलें

वहीं प्रशासन ने अऋणी किसानों फसल बीमा करवाने का बीड़ा उठाया तो कई समस्या सामने आई. पहले तो भारी संख्या में किसानों को जागरूक करना चुनौती था. उसके बाद पटवारियों ने बुवाई प्रमाण पत्र देने में आनाकानी करनी शुरू कर दी. जिसके बाद कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने पटवार संघ के पदाधिकारियों से मध्यस्थता करके अऋणी किसानों के फसलों का बीमा करवाया.

जालोर. जिले में दिसंबर और जनवरी में हुए टिड्डियों के हमले में हजारों हेक्टेयर की रबी की फसल बर्बाद हो गई. जिससे किसानों का करोड़ों का नुकसान हो गया. जिला प्रशासन ने पहल करते हुए जिले में 34 हजार से ज्यादा अऋणी किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया. साथ में स्पेशल गिरदावरी करवाकर एसडीआरएफ के तहत 25 हजार से ज्यादा किसानों को सीधी राहत पहुंचाई है.

जालोर के किसानों को मिला मुआवजा

जिला कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि जिले में 13 दिसंबर को पहली बार जालोर के बेड़िया गांव से टिड्डियों ने प्रवेश किया था. उसके बाद कई बार टिड्डियों के झुंड ने खेतों में खड़ी रबी की फसल को बर्बाद कर दिया. जिसके बाद ज्यादा नुकसान होने के कारण सरकार ने जिले में स्पेशल गिरदावरी के आदेश जारी किए. कलेक्टर सोनी ने प्रयास कर स्पेशल गिरदावरी करवाकर एसडीआरएफ के तहत 25 हजार से ज्यादा किसानों के खातों में 37 करोड़ से ज्यादा की मुआवजा राशि जमा करवाई है.

पढ़ेंः दिल्ली में कांग्रेस की हार पर गम से ज्यादा भाजपा की हार से खुश हैं मंत्री धारीवाल, कही ये बात

जल्द मिलेंगे बीमा योजना के 25 प्रतिशत की राशि

वहीं कलेक्टर ने बताया की जिले में रबी की फसल खराबे के बाद किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया था. जिसमें 34 हजार से ज्यादा अऋणी किसानों ने फसलों का बीमा करवाया था. जिसपर राज्य सरकार ने 17 जनवरी को बीमा क्लेम की क्षति अधिसूचित कर दी. जिले में टिड्डियों द्वारा नष्ट की गई फसल का 174 करोड़ का क्लेम बना है. इसका 25 प्रतिशत यानी 44 करोड़ से ज्यादा की राशि सप्ताह अंदर किसानों के खातों में सीधी जमा हो जाएगी.

यह भी पढ़ें. Reality check: जयपुर की लो फ्लोर बसें 'चलो एप' से कितनी हुई स्मार्ट, देखें रिपोर्ट

अऋणी किसानों का बीमा करवाने में आई मुश्किलें

वहीं प्रशासन ने अऋणी किसानों फसल बीमा करवाने का बीड़ा उठाया तो कई समस्या सामने आई. पहले तो भारी संख्या में किसानों को जागरूक करना चुनौती था. उसके बाद पटवारियों ने बुवाई प्रमाण पत्र देने में आनाकानी करनी शुरू कर दी. जिसके बाद कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने पटवार संघ के पदाधिकारियों से मध्यस्थता करके अऋणी किसानों के फसलों का बीमा करवाया.

Intro:जिले में टिड्डियों की मार से परेशान किसानो के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत नुकसान का 25 प्रतिशत व एसडीआरएफ के तहत 37 करोड़ का मुआवज़ा खातों में जमा करवा दिया गया।


Body:टिड्डी प्रभावित किसानों के जख्मों पर राहत का मरहम, 25 हजार किसानों के 37 करोड़ खातों में हुए जमा
जालोर
जिले में दिसम्बर व जनवरी में हुए टिड्डियों के हमले में हजारों हेक्टेयर में रबी की फसल बर्बाद हो गई। जिससे किसानों का करोड़ों का नुकसान हो गया। जिसके बाद जिला प्रशासन ने पहल करते हुए जिले में 34 हजार से ज्यादा अऋणी किसानों के प्रधानमंत्री फसल बीमा करवाया, साथ में स्पेशल गिरदावरी करवाकर एसडीआरएफ के तहत 25 हजार से ज्यादा किसानों को सीधी राहत पहुंचाई। जिला कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि जिले में 13 दिसम्बर को पहली बार जालोर के बेड़िया गांव से टिड्डियों ने प्रवेश किया था। उसके बाद कई बार टिड्डियों के बड़े झुंड आये और किसानों के खेतों में खड़ी रबी की फसल को बर्बाद कर दिया। ज्यादा नुकसान होने के कारण सरकार ने जिले में स्पेशल गिरदावरी के आदेश जारी किये और कलेक्टर सोनी ने प्रयास कर स्पेशल गिरदावरी करवाकर एसडीआरएफ के तहत 25 हजार से ज्यादा किसानों के खातों में 37 करोड़ से ज्यादा की मुआवजा राशि जमा करवा दी गई।
जल्द मिलेंगे बीमा योजना के 25 प्रतिशत की राशि
कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने बताया की जिले में रबी की फसल के खराब होने के बाद किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करवाया था। जिसमें 34 हजार से ज्यादा अऋणी किसानों ने फसलों को बीमा करवाया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने 17 जनवरी को बीमा क्लेम की क्षति अधिसूचित कर दी। जिसमें जिले में टिड्डियों द्वारा नष्ट की गई फसल का 174 करोड़ का क्लेम बना है। इसका 25 प्रतिशत यानी 44 करोड़ से ज्यादा की राशि सप्ताह अंदर किसानों के खातों में सीधी जमा हो जाएगी।
अऋणी के बीमा करवाने में आया पसीना
जिले में टिड्डियों ने रबी की फसल चौपट कर दी। जिसके बाद किसानों को राहत देने के लिए प्रशासन ने अऋणी किसानों फसल बीमा करवाने का बीड़ा उठाया तो कई समस्या सामने आई। पहले तो भारी संख्या में किसानों को जागरूक करना चुनोती था। उसके बाद पटवारियों ने बुवाई प्रमाण पत्र देने में आनाकानी करनी शुरू कर दी। जिसके बाद कलेक्टर महेंद्र कुमार सोनी ने पटवार संघ के पदाधिकारियों से मध्यस्थता करके अऋणी किसानों के फसलों का बीमा करवाया।


Conclusion:विजुअल व बाईट रेप से भेजी है।
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