जालोर. कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर 24 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया था. जिसके कारण छोटे काम धंधे करने वालों का रोजगार पूरी तरह ठप हो गया था. उन लोगों ने जो बचत कर रखी थी वह लॉकडाउन में पूरी खत्म हो गई थी.
ऐसे में लॉकडाउन में बेरोजगार हुए लोगों को वापस रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना के तहत नगर परिषद जालोर में थड़ी, ठेला, फुटपाथ या शहर में फेरी लगाकर व्यवसाय करने वालों का सर्वे कार्य शुरू कर दिया है.
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नगर परिषद आयुक्त महिपाल सिंह ने बताया कि इस योजना में पात्र स्ट्रीट वेंडरों को 10 हजार तक का बैंक ऋण दिया जाएगा. लगातार पैसा चुकाने पर ब्याज में 7 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जाएगी. डिजिटल पेटीएम, फोन पे, गूगल पे या ऑनलाइन किस्त का भुगतान करने पर 1200 रुपये का कैशबैक भी मिलने की सुविधा रहेगी.
इस ऋण से स्ट्रीट वेंडरों को अपने लॉकडाउन के दौरान प्रभावित व्यवसाय को प्रारंभ करने और बढ़ाने में सहयोग मिलेगा. इस योजना का लाभ लेने के लिए जिनका 24 मार्च 2020 से पूर्व का पंजीयन हो चुका है, उनको भी दूसरी बार पंजीयन करवाना पड़ेगा. इसके लिए निर्धारित दस्तावेजों के साथ शहर आजीविका केंद्र लालपोल या नगर परिषद जालोर में एनयूएलएल शाखा में आवेदन किया जा सकता है.
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रजिस्टर्ड ठेला या फेरी वालों से किया जा रहा है संपर्क...
नगर परिषद क्षेत्र में स्ट्रीट वेंडर के तौर पर जिन लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा रखा है. उनका नगर परिषद द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है. इनसे संपर्क करने के बाद विभिन्न बैंकों से इनको 10 हजार का लोन दिलवाया जाएगा. जिससे अपना बन्द हुआ रोजगार वापस शुरू कर सके.