जालोर. जिले के सांचोर में जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक किसान पर एसडीएम के लात मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर जमीन अवाप्ति के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे थे और चलते काम को रुकवा दिया था.
उसी दौरान एसडीएम भूपेन्द्र यादव मौके पर पहुंचे तो उनकी किसानों से कहासुनी हो गई. इस बीच अचानक एसडीएम यादव ने किसान पर लात चला दी. इसके बाद मामला और गरमा गया. इस मामले में एसडीएम यादव का कहना है कि किसान ने जान से मारने की धमकी दी थी और जब उसने हाथ उठाया तो बचाव में लात चलाई थी.
दरअसल, जिले के सांचोर में से निकल रहे भारतमाला परियोजना के तहत एक्सप्रेस वे 754 के निर्माण के लिए जमीन अवाप्त की गई थी. जिसमें कुछ दिनों से सड़क निर्माण कार्य शुरू करवाया गया है. नेशनल हाइवे अथॉरिटी के अधिकारी एसडीएम की मदद से जबरन सड़क निकाल रहे है, जबकि किसान कौड़ियों के भाव अवाप्त की गई जमीन का विरोध कर रहे है.
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गुरुवार को प्रतापपुरा गांव में सड़क निर्माण के दौरान किसानों ने जेसीबी मशीनों को रुकवा दिया था. जिसके बाद कार्मिकों की सूचना पर एसडीएम भूपेंद्र कुमार यादव दल बल के साथ प्रतापपुरा पहुंचे और किसानों को सड़क निर्माण का कार्य नहीं रोकने की बात कहने लगे. इस दौरान किसानों व एसडीएम के बीच कहासुनी बढ़ गई. जिसमें वायरल वीडियो में एक किसान को एसडीएम लात मारते दिख रहे हैं.
एसडीएम के लात मारते ही किसान भड़क गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता बुलाया गया. पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया और किसानों को एक बार तो शांत कर दिया. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद किसान एकत्रित होने लगे. किसानों को कहना है कि वे आज एसडीएम का घेराव करेंगे.
उधर SDM ने दर्ज करवाई एफआईआर : घटना के बाद एसडीएम यादव ने सांचोर पुलिस थाने में दर्जनों किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. जिसमें उन्होंने राजकार्य व जान से मारने का आरोप लगाया है. वहीं किसान भी लामबंद हो रहे एसडीएम ने अभद्रता की है. इसलिए एसडीएम को हटाया जाए.
हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर कहा कि जालोर जिले के सांचौर क्षेत्र के प्रतापपुरा गांव में भारतमाला प्रोजेक्ट में अवाप्त जमीन की एवज में पंजाब, गुजरात आदि राज्यो की तर्ज पर समुचित मुवावजा मांगने के लिए आंदोलित किसानों के साथ स्थानीय उपखण्ड अधिकारी व पुलिस प्रशासन द्वारा की गई बदसलूकी निंदनीय है! अन्नदाताओं के साथ ऐसा बर्ताव असहनीय है, भारतमाला प्रोजेक्ट में राजस्थान के किसानों को मिलने वाला मुवावजा अन्य राज्यों की तुलना में काफी कम है.