रानीवाड़ा (जालोर). 15वीं विधानसभा के छठे सत्र में आयोजित प्रश्नकाल में रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल ने परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के समक्ष सवाल खड़े किए. उन्होंने पूछा कि राजस्थान में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सस्ती व सुरक्षित परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई राजस्थान ग्रामीण परिवहन बस सेवा को गहलोत सरकार ने बंद क्यों कर दिया है. क्या राज्य सरकार ग्रामीण परिवहन बस सेवा को फिर से शुरू करने का विचार नहीं रखती है.
यह भी कहा कि सेवा को बंद करने से पहले कौन-कौन से मार्गों पर ग्रामीण परिवहन बस सेवा का संचालन हो रहा था यह भी पूछा. यह सेवा बन्द होने से क्या निजी वाहन चालक ग्रामीणों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं? प्रश्न के उत्तर में कहा गया कि ग्रामीण परिवहन बस सेवा का विस्तार करने के लिए सरकार ने घोषणा की है. ग्रामीण परिवहन बस सेवा के मार्गों के प्रस्ताव सभी विधायकों से मांगें जा रहे हैं. शीघ्र ही ग्रामीण परिवहन बस सेवा शुरू की जाएगी. देवल ने कहा कि पहले चल रही ग्रामीण बस सेवा को हमारी सरकार 9 रुपये 32 पैसे प्रति किलोमीटर का अनुदान देती थी, परन्तु इस सरकार ने वह अनुदान देना बंद कर दिया है. अनुदान नहीं मिलने के कारण निजी बस ऑपरेटर्स को नुकसान होने लगा है. इस कारण उन्होंने बस सेवा का संचालन रोक दिया है.
देवल ने कहा कि परमिट वाले मार्गों पर चलने वाली बसें भी निर्धारित मार्ग पर नहीं चलती हैं. जालोर से मालवाड़ा वाया मोदरा-भीनमाल जो परमिट रूट है उस पर चलने वाली बसें कभी भी भीनमाल से आगे मालवाड़ा तक नहीं आती हैं. इससे लोगों को काफी परेशानी होती है. जब विभाग इनको परमिट पूरे रूट का देता है, तो ये अपनी मनमर्जी से बस कैसे चला सकते हैं. परिवहन विभाग ये सुनिश्चित करे कि परमिट रूट पर चलने वाली बसें निर्धारित रूट पर शुरुआत से गंतव्य तक पूरे मार्ग तक चलें, बीच से डायवर्ट ना हों. रानीवाड़ा में कागमाला से रानीवाड़ा, करडा से मालवाड़ा, सुरजवाड़ा से रामसीन, रतनपुर से भीनमाल, भीनमाल से रानीवाड़ा, छोटी विरोल से रानीवाड़ा, झाब से भीनमाल, आकोली से जसवन्तपुरा, मार्गों पर जल्दी ग्रामीण परिवहन बस सेवा को फिर से शुरू किया जाए.