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जालोर में 1154 बूथों पर बच्चों को पिलाई गई पल्स पोलियो की दवा

जालोर में 0 से 5 साल के छोटे बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई गई. इसके लिए चिकित्सा विभाग ने 1154 बूथ बनाए थे. जो बच्चे छूट गए हैं, उसे सोमवार से घर-घर जाकर दवा पिलाई जाएगी.

Pulse polio campaign in Jalore, बच्चों को पिलाई गई पोलियो की दवा
जालोर में 1154 बूथों पर बच्चों को पिलाई गई पल्स पोलियो की दवा
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Published : Jan 19, 2020, 10:28 PM IST

जालोर. राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले भर में रविवार को 0 से लेकर 5 साल के छोटे बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई. इसके लिए चिकित्सा विभाग ने जिले भर में 1154 बूथ बनाए थे. जिसमें 1053 स्थाई बूथ, 44 मोबाइल बूथ और 57 ट्रांजिट बूथ बनाए थे. इसमें प्रथम चरण के तहत जिले भर में हजारों बच्चों को निशुल्क पोलियो की दवा पिलाई गई.

जालोर में 1154 बूथों पर बच्चों को पिलाई गई पल्स पोलियो की दवा

इस दौरान मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गजेंद्र सिंह देवल अपने हाथों राजकीय अस्पताल में पल्स पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया. उन्होंने बताया कि देश में पोलियो पूरी तरह से खत्म हो गया है, लेकिन फिर भी किसी बच्चे को जन्म से पोलियो को बीमारी नहीं हो, इसके लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत रविवार को पल्स पोलियो की दवा पिलाई गई है.

पढ़ें- श्रीगंगानगर में पल्स पोलियो अभियान के तहत 2 लाख 89 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य

उन्होंने बताया कि जो छोटे बच्चे रविवार को दवा पीलाने से छूट गए हैं, उनको दवा पिलाने के लिए चिकित्सा विभाग की टीम सोमवार और मंगलवार को घर-घर जाकर दवा पिलाएगी. जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस भारती ने बताया कि जिले में पल्स पोलियो की दवा पिलाने के लिए सभी सरकारी अस्पताल मुख्यालय के अलावा सभी राजस्व गांवों और सरकारी स्कूलों में बूथ बनाए गए थे.

यह भी पढ़ें- जालोरः रानीवाड़ा में पत्नी बनी सरपंच तो पति बने उप सरपंच

इन बूथों पर चार-चार कार्मिकों की टीम बनाकर बच्चों को दवा पिलाई गई. वहीं बूथों पर निगरानी रखने के लिए 221 सुपर वाइजर नियुक्त किए गए थे. वहीं सोमवार से चिकित्सा विभाग और महिला बाल विकास के तहत कार्य करने वाले कर्मियों की ओर से घर-घर जाकर वंचित रहे 0 से लेकर 5 साल के बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाएगी.

जालोर. राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले भर में रविवार को 0 से लेकर 5 साल के छोटे बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई. इसके लिए चिकित्सा विभाग ने जिले भर में 1154 बूथ बनाए थे. जिसमें 1053 स्थाई बूथ, 44 मोबाइल बूथ और 57 ट्रांजिट बूथ बनाए थे. इसमें प्रथम चरण के तहत जिले भर में हजारों बच्चों को निशुल्क पोलियो की दवा पिलाई गई.

जालोर में 1154 बूथों पर बच्चों को पिलाई गई पल्स पोलियो की दवा

इस दौरान मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गजेंद्र सिंह देवल अपने हाथों राजकीय अस्पताल में पल्स पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया. उन्होंने बताया कि देश में पोलियो पूरी तरह से खत्म हो गया है, लेकिन फिर भी किसी बच्चे को जन्म से पोलियो को बीमारी नहीं हो, इसके लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत रविवार को पल्स पोलियो की दवा पिलाई गई है.

पढ़ें- श्रीगंगानगर में पल्स पोलियो अभियान के तहत 2 लाख 89 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य

उन्होंने बताया कि जो छोटे बच्चे रविवार को दवा पीलाने से छूट गए हैं, उनको दवा पिलाने के लिए चिकित्सा विभाग की टीम सोमवार और मंगलवार को घर-घर जाकर दवा पिलाएगी. जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस भारती ने बताया कि जिले में पल्स पोलियो की दवा पिलाने के लिए सभी सरकारी अस्पताल मुख्यालय के अलावा सभी राजस्व गांवों और सरकारी स्कूलों में बूथ बनाए गए थे.

यह भी पढ़ें- जालोरः रानीवाड़ा में पत्नी बनी सरपंच तो पति बने उप सरपंच

इन बूथों पर चार-चार कार्मिकों की टीम बनाकर बच्चों को दवा पिलाई गई. वहीं बूथों पर निगरानी रखने के लिए 221 सुपर वाइजर नियुक्त किए गए थे. वहीं सोमवार से चिकित्सा विभाग और महिला बाल विकास के तहत कार्य करने वाले कर्मियों की ओर से घर-घर जाकर वंचित रहे 0 से लेकर 5 साल के बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाएगी.

Intro:जिले में आज 0 से लेकर 5 वर्ष के छोटे बच्चों को प्लस पोलियो अभियान के तहत पोलियो रोधी दवाई पिलाई गई। इसके लिए जिलेभर में चिकित्सा विभाग ने 1154 बूथ बनाये थे।


Body:जिले में 1154 बूथों पर नन्हे बच्चों को पिलाई प्लस पोलियो की दवाई
जालोर
राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के तहत जिलेभर में आज रविवार को 0 से लेकर 5 वर्ष के छोटे बच्चों को पोलियो रोधी खुराक पिलाई गई। इसके लिए चिकित्सा विभाग ने जिलेभर में 1154 बूथ बनाए थे। जिसमें 1053 स्थाई बूथ, 44 मोबाइल बूथ व 57 ट्रांजिट बूथ बनाए गए थे। इसमें प्रथम चरण के तहत जिलेभर में हजारों बच्चों को निशुल्क पोलियो की दवा पिलाई। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गजेंद्र सिंह देवल के हाथों राजकीय अस्पताल में प्लस पोलियो की दवाई पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि देश में पोलियो पूरी तरह से खत्म हो गया है, लेकिन फिर भी किसी बच्चे को जन्म से पोलियो को बीमारी नहीं हो इसके लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत आज प्लस पोलियो की दवाई पिलाई गई। वहीं उन्होंने बताया कि जो छोटे बच्चे आज दवाई पीने से वंचित रह गए है। उनको दवाई पिलाने के लिए चिकित्सा विभाग की टीम सोमवार व मंगलवार को घर घर जाकर दवाई पिलायेगी। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरएस भारती ने बताया कि जिले में प्लस पोलियो की दवाई पिलाने के लिए सभी सरकारी अस्पताल मुख्यालय के अलावा सभी राजस्व गांवों व सरकारी स्कूलों में दवाई पिलाने के लिए बूथ बनाये गए थे। इन बूथों पर चार चार कार्मिकों की टीम बनाकर दवाई पिलाई गई। वहीं इस बूथों पर निगरानी रखने के लिए 221 सुपर वाइजर नियुक्त किये गए थे।
आज से घर घर जाकर पिलाई जाएगी पोलियो रोधी खुराक
जिले में राष्ट्रीय प्लस पोलियो अभियान के तहत रविवार को 1154 बूथों पर पोलियो रोधी खुराक पिलाई गई। वहीं सोमवार से चिकित्सा विभाग व महिला बाल विकास के तहत कार्य करने वाले कार्मिकों द्वारा घर घर जाकर वंचित रहे 0 से लेकर 5 साल के बच्चों को पोलियो रोधी दवाई पिलायेंगे।




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