रानीवाड़ा (जालोर). क्षेत्र में बिजली कर्मचारियों ने कोरोना कर्मवीर का दर्जा देने की मांग को लेकर सरकार के समक्ष हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध-प्रदर्शन किया. दरअसल, कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें भी कोरोना कर्मवीरो का दर्जा दिया जाए, इसलिए प्रदेश के हर जिले में जीएसएस और लाइन पर काम करने वाले कर्मचारी, ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारियों ने मिलकर विरोध जताया.
इसको लेकर राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष धनराज मीणा ने बताया कि इस संकट की इस घड़ी में जब सरकार ने अपनी यथावत सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मी, पुलिसकर्मी और सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा की तरह सम्मान देते हुए उनका वेतन स्थगन नहीं किया हैं. बिजली कर्मचारी भी संकट के समय फील्ड में रहकर लगातार अपना काम कर रहे हैं.
बावजूद इसके इन कर्मचारियों का वेतन स्थगित कर दिया गया हैं. उन्होंने विद्युत तकनीकी कर्मचारियों को भी कोरोना कर्मवीर का दर्जा देते हुए 50 लाख का बीमा कराएं जाने और वेतन स्थगन से इन कर्मचारियों को अलग रखे जाने की मांग की हैं.
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इससे पहले भी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने तीनों विद्युत निगम के उच्च अधिकारियों के साथ ही ऊर्जा मंत्री को भी ज्ञापन देकर अपनी मांग उनके समक्ष रखी थी. लेकिन सरकार ने उस पर कोई गौर नहीं किया था. लिहाजा तकनीकी कर्मचारियों ने अब विरोध का रास्ता एक बार फिर से अख्तियार कर लिया हैं.