जालोर. जिले के चितलवाना उपखंड में तीन दिन पहले एक युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला सामने आया था. जिसमें पीड़ित परिजनों ने चितलवाना थाने में नामजद मुकदमा भी दर्ज कराया था. लेकिन उसके बाद भी पुलिस मामले को लेकर कोताही बरत रही है. ऐसे में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट लोगों ने शनिवार को सांचोर तहसीलदार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है.
ज्ञापन में बताया कि मालवाड़ा में रहने वाली एक युवती बुधवार को घर से लापता हो गई थी. गुरुवार को उसका शव नर्मदा नहर में तैरता मिला था. जिसपर युवती के परिजनों ने दो युवकों के खिलाफ युवती का अपहरण, दुष्कर्म और हत्या करने का आरोप लगाते हुए चितलवाना थाने में मामला दर्ज करवाया था. लेकिन घटना को तीन दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस जानबूझकर आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री मामले में संज्ञान लेकर जल्द से जल्द आरोपियों करने के आदेश दें और पीड़ित परिवार को मुआवजा दें.
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उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
पुलिस की कार्यशैली से नाराज लोगों ने शनिवार को एक बैठक आयोजित की. जिसमें सरकार को जल्द कार्रवाई नहीं करने पर प्रदेशभर में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. सांचोर गर्ग समाज के अध्यक्ष मसरा राम गर्ग ने बताया कि, मालवाड़ा की एक बच्ची पर जुल्म करके उसको नहर में डाल दिया गया. लेकिन सरकार और प्रशासन कुम्भकर्णी की नींद सो रहे हैं. नामजद मामला होने के बावजूद एक भी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है. युवती के शव की परिजनों ने जांच की थी, जिससे साफ प्रतीत हो रहा था कि युवती का गैंगरेप करके नहर में डाला गया है. लेकिन पुलिस ढिलाई बरत रही है.