जालोर. जिले की 7 पंचायत समितियों की वंचित 140 ग्राम पंचायतों में राज्य निर्वाचन आयोग ने चार चरणों में चुनाव करवाए. जिसमें कई जगह रोचक परिणाम देखने को मिले. इस परिमाणों में सबसे ऐतिहासिक जीत साधारण परिवार और किसानी से ताल्लुक रखने वाले मफाराम माली की हुई है.
तीसरे चरण में 6 अक्टूबर को चितलवाना पंचायत समिति के 25 ग्राम पंचायतों में मतदान हुआ था. जिसमें सबसे ज्यादा मतों से टॉपी ग्राम पंचायत से मफाराम माली की 2172 वोटों से जीत हुई है. उसके बाद दूसरे नम्बर पर सिवाड़ा ग्राम पंचायत में फूली देवी की 1542 वोटों से जीती है, जबकि सबसे कम अंतराल से चौथे चरण में जसवंतपुरा पंचायत समिति के गजीपूरा से चेतन राम 11 व धानसा से शैल कंवर मात्र 13 वोटों से जीती है. वहीं मुडतरासिली में ओमकार दास वैष्णव लॉटरी से विजेता बने है.
सबसे बड़ी और ऐतिहासिक जीत के बाद ईटीवी भारत ने मफाराम माली से बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि गांव किसान परिवार से आते है. पिछला चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उसके बाद लगातार 5 साल तक लोगों के संपर्क में रहे और हर प्रकार के कार्य किए. सरपंच नहीं होते हुए भी लोगों के बीच में रहे और लोगों के सुख दुख में साथ दिया. जिसके कारण इस बार मतदाताओं ने ऐतिहासिक जीत दी है.
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उन्होंने बताया कि गांव का विकास करवाना मेरा सपना है. अब जीत के बाद सपने को पूरा करूंगा. पंचायत के क्षेत्र में नर्मदा नहर पर रास्ते नहीं है, ग्रेवल या सीसी सड़के नहीं है. जिसके कारण लोगों को आवागमन में परेशान होना पड़ता है. ऐसे में इस कार्यकाल में प्राथमिकता से यह कार्य पूरे करूंगा. वहां शमशान घाट के चार दीवार नहीं है, उसको करवाऊंगा. वहीं उन्होंने बताया कि पंचायत में नारायणपूरा, निम्बज, माधोपुरा, के आर बंधा कुआ, टॉपी और पावटा गांव है. यहां चिकित्सा सुविधा के नाम पर उप स्वास्थ्य केंद्र है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जरूरत है. ऐसे में मंत्री और सरकार से मांग करके यहां बनवाया जाएगा.