ETV Bharat / state

प्रवासियों को गृह राज्य में लाने के लिए राज्य सरकार विशेष कदम उठाए: सांसद पटेल - jalore news

जालोर के रानीवाड़ा में रविवार को सांसद देवजी पटेल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग की. इस दौरान पटेल ने मुख्यमंत्री से कई विषयों के बारे में चर्ची की. साथ ही कहा कि हमारे राज्य के प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए है. उनको लाने का सरकार को जल्द से जल्द प्रबंध करना चाहिए.

जालोर की खबर, rajasthan news
सांसद ने की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वीडियो कॉफ्रेंसिंग पर चर्चा
author img

By

Published : May 10, 2020, 9:33 PM IST

रानीवाड़ा (जालोर). जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने रविवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रत्येक नोडल अधिकारी पर राज्यवार एक-एक मंत्री को जवाबदारी देने, राजस्थानी प्रवासियों को निजी वाहनों से आने-लाने की अनुमति देने, प्रवास में बैठे लोगों को राशन सामग्री उपलब्ध करवाने, जो वापस व्यवसाय के लिए जाना चाहे उन्हें जाने की अनुमति प्रदान करने, क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को अतिशीघ्र अपने गांव लाने और टिड्डी दल को नियंत्रण करने के लिए संसाधन उपलब्ध करवाने सहित विभिन्न विषयों से अवगत करवाया.

प्रवासियों को गृह राज्य में लाने के लिए राज्य सरकार विशेष कदम उठाए: सांसद पटेल

सांसद पटेल ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा कि राजस्थान सरकार विभिन्न राज्यों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों के ज्यादातर फोन बंद आ रहे हैं (सेवा में नहीं है तथा नंबर अमान्य हैं, नंबर की जांच करना) और उनकी ओर से विशेष ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है.

सांसद पटेल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस संबंध में प्रत्येक राज्यवार एक-एक मंत्री को जबाबदारी दी जाए ताकि वो जनप्रतिनिधि होने के नाते लोगों की पीड़ा को समझ सकें. उन्होने कहा कि आपकी ओर से बताया गया है कि ट्रेन आने में छः माह का समय लगेगा और आपने डाटा जनप्रतिनिधियों से मांगा तो ऐसे में कोई सांसद या विधायक किसी की प्राथमिकता तय कैसे कर पाएंगे. इसलिए जिला कलेक्टर को निर्देशित करें कि वह निजी वाहनों को अन्य राज्यों में प्रवासियों को लेने जाने की अनुमति दें. जिससे सामाजिक दूरी भी बनी रहेगी और प्रवास से लोग सुरक्षित अपने घरों तक जल्द ही पहुंच सकेंगे और कई प्रवासी बंन्धु देश के विभिन्न राज्यों में छोटे-छोटे गांवों कस्बों में बेठे है. उन तक न तो काई ट्रेन पहुंच सकती है और न ही वो निजी वाहनों से आने में सक्षम है. उन लोगों को वहां की स्थानीय सरकार के मार्फत भोजन पैकेट पहुंचाने की राज्य सरकार व्यवस्था करें. जिससे वह अपना जीवन यापान आसानी से कर सकें.

पढ़ें- जालोर: बिजली विभाग कर रहा बड़े हादसे का इंतजार, रानीवाड़ा कस्बे में आधे झुके पोल से खतरा

सांसद पटेल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बेराजगारी बढ़ रही है. कई लोग इंजिनियर है तो कई ऑपरेटर है वो सभी ज्यादातर राजस्थान के है. अभी वर्तमान कई क्षेत्रो में विभिन्न यूनिटें प्रारंभ हुई है. ऐसे में वह सब वापस जाना चाह रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ने परमिशन देना बंद कर दिया हैं. उन्हें वापस कर्म भूमि पर जाने की अनुमति दी जाएं.

सांसद पटेल ने कहा कि कई प्रवासियों का फोन आया कि उनके पास ट्रेन आने का संदेश आया. उसके बाद वापस ट्रेंन रद्द होने का संदेश आया. ऐसे उन परिवार को किस स्थति से गुजरना पड़ा होगा. उसके बारे में भी विचार करना चाहिए और हमारे प्रदेश के कई लोग विभिन्न राज्यों में क्वॉरेंटाइन किए हुए उन्हें राज्य सरकार अतिशीघ्र अपने गृह राज्य में लाने की व्यवस्था करें. सांसद पटेल ने कहा कि टिड्डी नियंत्रण हेतु राज्य सरकार संसाधन उपलब्ध करवाएं तो शीघ्रता से टिड्डी दल पर काबू पाने में सफल होंगे.

रानीवाड़ा (जालोर). जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने रविवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रत्येक नोडल अधिकारी पर राज्यवार एक-एक मंत्री को जवाबदारी देने, राजस्थानी प्रवासियों को निजी वाहनों से आने-लाने की अनुमति देने, प्रवास में बैठे लोगों को राशन सामग्री उपलब्ध करवाने, जो वापस व्यवसाय के लिए जाना चाहे उन्हें जाने की अनुमति प्रदान करने, क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को अतिशीघ्र अपने गांव लाने और टिड्डी दल को नियंत्रण करने के लिए संसाधन उपलब्ध करवाने सहित विभिन्न विषयों से अवगत करवाया.

प्रवासियों को गृह राज्य में लाने के लिए राज्य सरकार विशेष कदम उठाए: सांसद पटेल

सांसद पटेल ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहा कि राजस्थान सरकार विभिन्न राज्यों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों के ज्यादातर फोन बंद आ रहे हैं (सेवा में नहीं है तथा नंबर अमान्य हैं, नंबर की जांच करना) और उनकी ओर से विशेष ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है.

सांसद पटेल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस संबंध में प्रत्येक राज्यवार एक-एक मंत्री को जबाबदारी दी जाए ताकि वो जनप्रतिनिधि होने के नाते लोगों की पीड़ा को समझ सकें. उन्होने कहा कि आपकी ओर से बताया गया है कि ट्रेन आने में छः माह का समय लगेगा और आपने डाटा जनप्रतिनिधियों से मांगा तो ऐसे में कोई सांसद या विधायक किसी की प्राथमिकता तय कैसे कर पाएंगे. इसलिए जिला कलेक्टर को निर्देशित करें कि वह निजी वाहनों को अन्य राज्यों में प्रवासियों को लेने जाने की अनुमति दें. जिससे सामाजिक दूरी भी बनी रहेगी और प्रवास से लोग सुरक्षित अपने घरों तक जल्द ही पहुंच सकेंगे और कई प्रवासी बंन्धु देश के विभिन्न राज्यों में छोटे-छोटे गांवों कस्बों में बेठे है. उन तक न तो काई ट्रेन पहुंच सकती है और न ही वो निजी वाहनों से आने में सक्षम है. उन लोगों को वहां की स्थानीय सरकार के मार्फत भोजन पैकेट पहुंचाने की राज्य सरकार व्यवस्था करें. जिससे वह अपना जीवन यापान आसानी से कर सकें.

पढ़ें- जालोर: बिजली विभाग कर रहा बड़े हादसे का इंतजार, रानीवाड़ा कस्बे में आधे झुके पोल से खतरा

सांसद पटेल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बेराजगारी बढ़ रही है. कई लोग इंजिनियर है तो कई ऑपरेटर है वो सभी ज्यादातर राजस्थान के है. अभी वर्तमान कई क्षेत्रो में विभिन्न यूनिटें प्रारंभ हुई है. ऐसे में वह सब वापस जाना चाह रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ने परमिशन देना बंद कर दिया हैं. उन्हें वापस कर्म भूमि पर जाने की अनुमति दी जाएं.

सांसद पटेल ने कहा कि कई प्रवासियों का फोन आया कि उनके पास ट्रेन आने का संदेश आया. उसके बाद वापस ट्रेंन रद्द होने का संदेश आया. ऐसे उन परिवार को किस स्थति से गुजरना पड़ा होगा. उसके बारे में भी विचार करना चाहिए और हमारे प्रदेश के कई लोग विभिन्न राज्यों में क्वॉरेंटाइन किए हुए उन्हें राज्य सरकार अतिशीघ्र अपने गृह राज्य में लाने की व्यवस्था करें. सांसद पटेल ने कहा कि टिड्डी नियंत्रण हेतु राज्य सरकार संसाधन उपलब्ध करवाएं तो शीघ्रता से टिड्डी दल पर काबू पाने में सफल होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.