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जालोर: गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फंसे प्रवासियों की मंगलवार को होगी घर वापसी, प्रशासन तैयारियों में जुटा - मंगलवार को होगी वापसी

लॉकडाउन के दौरान बाहरी राज्यों में फंसे नागोर के प्रवासियों को लाने का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो जाएगा. गुजरात और महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासियों से ऑनलाइन या ई-पास की व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है. जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा या राज्य सरकार द्वारा पास जारी किये जायेंगे.

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गुजराज, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फंसे प्रवासियों की मंगलवार को होगी वापसी.
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Published : Apr 27, 2020, 7:51 PM IST

Updated : Apr 27, 2020, 9:17 PM IST

जालोर. कोरोना वायरस के चलते अचानक लगाए गए लॉकडाउन के कारण लाखों की तादाद में राजस्थान के प्रवासी गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में फंस गए हैं. जिनको अब राजस्थान लाने की प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसके लिए जालोर जिले के गुजरात सीमावर्ती माखुपुरा और बड़गांव में कैम्प लगाकर प्रवासियों की स्क्रीनिंग करने सहित अन्य प्रकार की जांच की बड़े स्तर पर तैयारियां भी जालोर जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है.

ऐसे में अब परिवहन की अनुमति मिलने के बाद संभावना है कि कल से प्रवासियों के राजस्थान आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. व्यवस्थाओं को लेकर जोधपुर संभाग के संभागीय आयुक्त बाबू लाल कोठारी, जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, वन व पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई और जालोर सिरोही सांसद देवजी पटेल ने जिले में बनाई गई चैक पोस्टों का जायजा लिया और व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

गुजराज, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फंसे प्रवासियों की मंगलवार को होगी वापसी.

यह रहेगी व्यवस्था:
गुजरात और महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासियों से ऑनलाइन या ई-पास की व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है. जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा या राज्य सरकार द्वारा पास जारी किये जायेंगे. ऐसे में पास के आधार प्रवासी राजस्थान तक पहुंच जाएंगे.

राजस्थान गुजरात सीमा पर जिला प्रशासन ने दो बड़े कैम्प लगाए हैं. माखुपुरा और बड़गांव में गुजरात की तरफ से आने वाले सभी प्रवासियों को रोका जाएगा. यहां पर एक बार सभी प्रवासियों की जांच की जाएगी. स्क्रीनिंग करने के बाद संदिग्ध लोगों को अस्पताल में ले जाया जाएगा. वहां से कोरोना वायरस की जांच का सैम्पल लेकर क्वारेंटाइन किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: CORONA: सतीश पूनिया का दावा- प्रदेश में अब तक 1 करोड़ से अधिक भोजन पैकेट और 36 लाख खाद्य सामग्री का वितरण

इसके अलावा स्वस्थ लोगों को जांच कैम्प से बसों में भरकर अपने अपने गांव ले जाया जाएगा. इसके लिए बाकायदा ग्राम पंचायत के हिसाब से पटवारियों को जिम्मा दिया गया है. गांव ले जाकर सरकारी स्कूलों में क्वारेंटाइन किया जाएगा.

बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और नागौर के भी प्रवासी शामिल:
बड़े स्तर पर राज्य सरकार प्रवासियों को राजस्थान लाने जा रही है. जिसमें जालोर जिले के अलावा बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर और जोधपुर तक के प्रवासियों को माखुपुरा या बड़गांव से राजस्थान में प्रवेश कराया जाएगा. यहां पर स्क्रिनिंग होने के बाद सभी को आगे भेजा जाएगा.

जालोर. कोरोना वायरस के चलते अचानक लगाए गए लॉकडाउन के कारण लाखों की तादाद में राजस्थान के प्रवासी गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में फंस गए हैं. जिनको अब राजस्थान लाने की प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. इसके लिए जालोर जिले के गुजरात सीमावर्ती माखुपुरा और बड़गांव में कैम्प लगाकर प्रवासियों की स्क्रीनिंग करने सहित अन्य प्रकार की जांच की बड़े स्तर पर तैयारियां भी जालोर जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है.

ऐसे में अब परिवहन की अनुमति मिलने के बाद संभावना है कि कल से प्रवासियों के राजस्थान आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. व्यवस्थाओं को लेकर जोधपुर संभाग के संभागीय आयुक्त बाबू लाल कोठारी, जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, वन व पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई और जालोर सिरोही सांसद देवजी पटेल ने जिले में बनाई गई चैक पोस्टों का जायजा लिया और व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

गुजराज, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फंसे प्रवासियों की मंगलवार को होगी वापसी.

यह रहेगी व्यवस्था:
गुजरात और महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासियों से ऑनलाइन या ई-पास की व्यवस्था राज्य सरकार कर रही है. जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा या राज्य सरकार द्वारा पास जारी किये जायेंगे. ऐसे में पास के आधार प्रवासी राजस्थान तक पहुंच जाएंगे.

राजस्थान गुजरात सीमा पर जिला प्रशासन ने दो बड़े कैम्प लगाए हैं. माखुपुरा और बड़गांव में गुजरात की तरफ से आने वाले सभी प्रवासियों को रोका जाएगा. यहां पर एक बार सभी प्रवासियों की जांच की जाएगी. स्क्रीनिंग करने के बाद संदिग्ध लोगों को अस्पताल में ले जाया जाएगा. वहां से कोरोना वायरस की जांच का सैम्पल लेकर क्वारेंटाइन किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: CORONA: सतीश पूनिया का दावा- प्रदेश में अब तक 1 करोड़ से अधिक भोजन पैकेट और 36 लाख खाद्य सामग्री का वितरण

इसके अलावा स्वस्थ लोगों को जांच कैम्प से बसों में भरकर अपने अपने गांव ले जाया जाएगा. इसके लिए बाकायदा ग्राम पंचायत के हिसाब से पटवारियों को जिम्मा दिया गया है. गांव ले जाकर सरकारी स्कूलों में क्वारेंटाइन किया जाएगा.

बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और नागौर के भी प्रवासी शामिल:
बड़े स्तर पर राज्य सरकार प्रवासियों को राजस्थान लाने जा रही है. जिसमें जालोर जिले के अलावा बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर और जोधपुर तक के प्रवासियों को माखुपुरा या बड़गांव से राजस्थान में प्रवेश कराया जाएगा. यहां पर स्क्रिनिंग होने के बाद सभी को आगे भेजा जाएगा.

Last Updated : Apr 27, 2020, 9:17 PM IST
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