जालोर. जिले में जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में हुए निकाय चुनाव का परिणाम आ चुका है. दोनों जगह 18 सीट भाजपा, 14 कांग्रेस और 8 निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. जबकि किसी भी पार्टी को बहुमत साबित करने या बोर्ड बनाने के लिए कम से कम 21 के आंकड़ों की जरूरत है, लेकिन यह आंकड़ा भाजपा और कांग्रेस दोनों के पास नहीं है. जिसके चलते अब दोनों पार्टियों के नेता निर्दलीय जीते हुए प्रत्याशियों पर नजर टिकाए बैठे हैं.
बता दें कि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया कि बोर्ड बनाने में सबसे आगे कौन होगा. दोनों बड़ी पार्टियों के नेता दावा कर रहे हैं. सभापति और नगर पालिका अध्यक्ष के नामांकन और नामांकन वापसी के बाद की तस्वीर भी साफ हो गई है. जालोर नगर परिषद में सभापति चुनाव में निर्दलीय पार्षद सुशीला ने नामांकन भरा था. लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया. अब सीधी टक्कर भाजपा के गोविंद टांक और कांग्रेस के राजेन्द्र सोलंकी के बीच में है, लेकिन बहुमत के आंकड़े को लेकर संशय बना हुआ है.
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इसके साथ जालोर से भाजपा के विधायक जोगेश्वर गर्ग को भी डर सता रहा है कि कांग्रेस के नेता अपना बोर्ड बनाने के लिए सेंधमारी कर सकते हैं. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रदेश में सरकार है. ऐसे में वो भाजपा और भाजपा को समर्थन देने वाले पार्षदों को तोड़ने के लिए लोभ-प्रलोभन की कोशिश भी कर सकते हैं.
बाड़ेबंदी में पार्षद
जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में ज्यादातर पार्षद बाड़ेबंदी में है. दोनों जगह अब भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच में सीधी टक्कर है. दोनों दलों ने अपने पार्षदों के साथ निर्दलीय पार्षदों को भी अज्ञात जगह पर बाड़ेबंदी में रखा हुआ है. जिनको मंगलवार को सीधे नगर परिषद व नगर पालिका में सभापति चुनाव के लिए लाएंगे.
जालोर में भाजपा मजबूत तो भीनमाल में कांग्रेस मजबूत
जिले में दोनों जगह निकाय चुनाव की बात करें यो यहां पर एक जगह भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है तो दूसरी जगह कांग्रेस भारी पड़ती दिख रही है. जालोर नगर परिषद में 18 भाजपा के खुद के पार्षद जीत कर आये हैं. वहीं 5 पार्षद जो भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण बागी होकर चुनाव लड़े और जीते.
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कुछ ऐसा ही मामला भीनमाल का है. भीनमाल में कांग्रेस के 14 पार्षद है, बाकी 4 कांग्रेस समर्थित पार्षद है. जिनके सामने कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था. ऐसे में कांग्रेस और भाजपा को 3-3 पार्षदों की जरूरत है. जिसमें कांग्रेस की विमला बोहरा भारी पड़ती दिख रही है. ऐसे में इन दोनों निकाय चुनाव में संभावना है कि जालोर नगर परिषद में भाजपा और भीनमाल में कांग्रेस बोर्ड बना सकती है.