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जोड़-तोड़ कर अपना-अपना बोर्ड बनाने में जुटे हैं भाजपा और कांग्रेस के नेता

जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में 26 नवंबर को सभापति और नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव जीतने के बाद से ही दोनों दलों के पार्षदों को बाड़ेबंदी में रखा गया है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अपना-अपना बोर्ड बनाने का दावा कर रही है, लेकिन बिना निर्दलीय के समर्थन के किसी भी पार्टी का बोर्ड बनना संभव नहीं है.

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Published : Nov 24, 2019, 10:23 PM IST

जालोर. जिले में जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में हुए निकाय चुनाव का परिणाम आ चुका है. दोनों जगह 18 सीट भाजपा, 14 कांग्रेस और 8 निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. जबकि किसी भी पार्टी को बहुमत साबित करने या बोर्ड बनाने के लिए कम से कम 21 के आंकड़ों की जरूरत है, लेकिन यह आंकड़ा भाजपा और कांग्रेस दोनों के पास नहीं है. जिसके चलते अब दोनों पार्टियों के नेता निर्दलीय जीते हुए प्रत्याशियों पर नजर टिकाए बैठे हैं.

26 नवंबर को जालोर नगर परिषद सभापति और भीनमाल नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए होंगे चुनाव

बता दें कि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया कि बोर्ड बनाने में सबसे आगे कौन होगा. दोनों बड़ी पार्टियों के नेता दावा कर रहे हैं. सभापति और नगर पालिका अध्यक्ष के नामांकन और नामांकन वापसी के बाद की तस्वीर भी साफ हो गई है. जालोर नगर परिषद में सभापति चुनाव में निर्दलीय पार्षद सुशीला ने नामांकन भरा था. लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया. अब सीधी टक्कर भाजपा के गोविंद टांक और कांग्रेस के राजेन्द्र सोलंकी के बीच में है, लेकिन बहुमत के आंकड़े को लेकर संशय बना हुआ है.

यह भी पढ़ें. सभापति का चुनाव....निर्दलीय प्रत्याशी ने लिया नाम वापस, कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला

इसके साथ जालोर से भाजपा के विधायक जोगेश्वर गर्ग को भी डर सता रहा है कि कांग्रेस के नेता अपना बोर्ड बनाने के लिए सेंधमारी कर सकते हैं. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रदेश में सरकार है. ऐसे में वो भाजपा और भाजपा को समर्थन देने वाले पार्षदों को तोड़ने के लिए लोभ-प्रलोभन की कोशिश भी कर सकते हैं.

बाड़ेबंदी में पार्षद

जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में ज्यादातर पार्षद बाड़ेबंदी में है. दोनों जगह अब भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच में सीधी टक्कर है. दोनों दलों ने अपने पार्षदों के साथ निर्दलीय पार्षदों को भी अज्ञात जगह पर बाड़ेबंदी में रखा हुआ है. जिनको मंगलवार को सीधे नगर परिषद व नगर पालिका में सभापति चुनाव के लिए लाएंगे.

जालोर में भाजपा मजबूत तो भीनमाल में कांग्रेस मजबूत

जिले में दोनों जगह निकाय चुनाव की बात करें यो यहां पर एक जगह भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है तो दूसरी जगह कांग्रेस भारी पड़ती दिख रही है. जालोर नगर परिषद में 18 भाजपा के खुद के पार्षद जीत कर आये हैं. वहीं 5 पार्षद जो भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण बागी होकर चुनाव लड़े और जीते.

यह भी पढ़ें. जलोरः रानीवाड़ा में एक करोड़ की लागत से बने विद्यालय भवन का लोकार्पण

कुछ ऐसा ही मामला भीनमाल का है. भीनमाल में कांग्रेस के 14 पार्षद है, बाकी 4 कांग्रेस समर्थित पार्षद है. जिनके सामने कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था. ऐसे में कांग्रेस और भाजपा को 3-3 पार्षदों की जरूरत है. जिसमें कांग्रेस की विमला बोहरा भारी पड़ती दिख रही है. ऐसे में इन दोनों निकाय चुनाव में संभावना है कि जालोर नगर परिषद में भाजपा और भीनमाल में कांग्रेस बोर्ड बना सकती है.

जालोर. जिले में जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में हुए निकाय चुनाव का परिणाम आ चुका है. दोनों जगह 18 सीट भाजपा, 14 कांग्रेस और 8 निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. जबकि किसी भी पार्टी को बहुमत साबित करने या बोर्ड बनाने के लिए कम से कम 21 के आंकड़ों की जरूरत है, लेकिन यह आंकड़ा भाजपा और कांग्रेस दोनों के पास नहीं है. जिसके चलते अब दोनों पार्टियों के नेता निर्दलीय जीते हुए प्रत्याशियों पर नजर टिकाए बैठे हैं.

26 नवंबर को जालोर नगर परिषद सभापति और भीनमाल नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए होंगे चुनाव

बता दें कि अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया कि बोर्ड बनाने में सबसे आगे कौन होगा. दोनों बड़ी पार्टियों के नेता दावा कर रहे हैं. सभापति और नगर पालिका अध्यक्ष के नामांकन और नामांकन वापसी के बाद की तस्वीर भी साफ हो गई है. जालोर नगर परिषद में सभापति चुनाव में निर्दलीय पार्षद सुशीला ने नामांकन भरा था. लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया. अब सीधी टक्कर भाजपा के गोविंद टांक और कांग्रेस के राजेन्द्र सोलंकी के बीच में है, लेकिन बहुमत के आंकड़े को लेकर संशय बना हुआ है.

यह भी पढ़ें. सभापति का चुनाव....निर्दलीय प्रत्याशी ने लिया नाम वापस, कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला

इसके साथ जालोर से भाजपा के विधायक जोगेश्वर गर्ग को भी डर सता रहा है कि कांग्रेस के नेता अपना बोर्ड बनाने के लिए सेंधमारी कर सकते हैं. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रदेश में सरकार है. ऐसे में वो भाजपा और भाजपा को समर्थन देने वाले पार्षदों को तोड़ने के लिए लोभ-प्रलोभन की कोशिश भी कर सकते हैं.

बाड़ेबंदी में पार्षद

जालोर नगर परिषद और भीनमाल नगर पालिका में ज्यादातर पार्षद बाड़ेबंदी में है. दोनों जगह अब भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच में सीधी टक्कर है. दोनों दलों ने अपने पार्षदों के साथ निर्दलीय पार्षदों को भी अज्ञात जगह पर बाड़ेबंदी में रखा हुआ है. जिनको मंगलवार को सीधे नगर परिषद व नगर पालिका में सभापति चुनाव के लिए लाएंगे.

जालोर में भाजपा मजबूत तो भीनमाल में कांग्रेस मजबूत

जिले में दोनों जगह निकाय चुनाव की बात करें यो यहां पर एक जगह भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है तो दूसरी जगह कांग्रेस भारी पड़ती दिख रही है. जालोर नगर परिषद में 18 भाजपा के खुद के पार्षद जीत कर आये हैं. वहीं 5 पार्षद जो भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण बागी होकर चुनाव लड़े और जीते.

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कुछ ऐसा ही मामला भीनमाल का है. भीनमाल में कांग्रेस के 14 पार्षद है, बाकी 4 कांग्रेस समर्थित पार्षद है. जिनके सामने कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था. ऐसे में कांग्रेस और भाजपा को 3-3 पार्षदों की जरूरत है. जिसमें कांग्रेस की विमला बोहरा भारी पड़ती दिख रही है. ऐसे में इन दोनों निकाय चुनाव में संभावना है कि जालोर नगर परिषद में भाजपा और भीनमाल में कांग्रेस बोर्ड बना सकती है.

Intro:जिला मुख्यालय पर नगर परिषद व भीनमाल में नगर पालिका में 26 नवम्बर को सभापति व नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने है। ऐसे में दोनों दलों के पार्षदों को चुनाव जीतने के बाद से बाड़ेबंदी में रखा गया है। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही अपना अपना बोर्ड बनाने का दावा कर रही है, लेकिन बिना निर्दलीय समर्थन के किसी भी पार्टी के बोर्ड बनाना संभव नहीं है।

Body:जोड़ तोड़ कर अपना बोर्ड बनाने में जुटे भाजपा व कांग्रेस के नेता, भाजपा को डर कांग्रेस के नेता कर सकते है पार्षदों के साथ ज़बरदस्ती
जालोर
जिले में जालोर नगर परिषद व भीनमाल नगर पालिका में हुए निकाय चुनाव का परिणाम आ चुका है। दोनों जगह संजोग से 18 सीट भाजपा, 14 कांग्रेस व 8 निर्दलीय प्रत्याशी जीते है, जबकि किसी भी पार्टी को बहुमत साबित करने या बोर्ड बनाने के लिए कम से कम 21 के आंकड़ों की जरूरत है, लेकिन यह आंकड़ा भाजपा व कांग्रेस दोनों के पास नहीं है। जिसके चलते अब दोनों पार्टियों के नेता निर्दलीय जीते प्रत्याशियों पर नजर टिकाए बैठे है, लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया कि कौन बोर्ड बनाने में सबसे आगे कौन होगा। दावा दोनों बड़ी पार्टियों के नेता कर रहे है। वहीं सभापति व नगर पालिका अध्यक्ष के नामांकन व नामांकन वापसी के बाद की तस्वीर भी साफ हो गई है। जालोर नगर परिषद में सभापति चुनाव में निर्दलीय पार्षद सुशीला भादरु ने नामांकन भरा था, लेकिन शुक्रवार को उसने अपना नामांकन वापस ले लिया। अब सीधी टक्कर भाजपा के गोविंद टांक व कांग्रेस के राजेन्द्र सोलंकी के बीच में है, लेकिन बहुमत के आंकड़े को लेकर संसय बना हुआ है। इसके साथ जालोर से भाजपा के विधायक जोगेश्वर गर्ग को भी डर सता रहा है कि कांग्रेस के नेता अपना बोर्ड बनाने के लिए जोर जबरदस्ती पर उतर सकते है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस की प्रदेश में सरकार है। ऐसे में वो भाजपा व भाजपा को समर्थन देने वाले पार्षदों को तोड़ने के लिए लोभ प्रलोभन के साथ जोर जबरदस्ती भी कर सकते है।
बाड़ेबंदी में पार्षद
जालोर नगर परिषद व भीनमाल नगर पालिका में ज्यादातर पार्षद बाड़ेबंदी में है। दोनों जगह अब भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच में सीधी टक्कर है। दोनों दलों ने अपने पार्षदों के साथ निर्दलीय पार्षदों को भी अज्ञात जगह पर बाड़ेबंदी में रखा हुआ है। जिनको मंगलवार को सीधे नगर परिषद व नगर पालिका में चुनाव करवाने के लिए लाएंगे।
जालोर में भाजपा मजबूत तो भीनमाल में कांग्रेस मजबूत
जिले में दोनों जगह निकाय चुनाव की बात करे यो यहां पर एक जगह भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है तो दूसरी जगह कांग्रेस भारी पड़ती जा रही है। जालोर नगर परिषद में 18 भाजपा के खुद के पार्षद जीत कर आये है, वहीं 5 पार्षद जो भाजपा से टिकट मांग रहे है लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण बागी होकर चुनाव लड़े और जीते है। कुछ ऐसा ही मामला भीनमाल का है। भीनमाल में कांग्रेस के 14 पार्षद है, बाकी 4 कांग्रेस समर्थित पार्षद है जिनके सामने कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। ऐसे में कांग्रेस व भाजपा को 3-3 पार्षदों की जरूरत है, जिसमें कांग्रेस की विमला बोहरा भारी पड़ती दिख रही है। ऐसे में इन दोनों निकाय चुनाव में संभावना है कि जालोर नगर परिषद में भाजपा व भीनमाल में कांग्रेस बोर्ड बना सकती है।
बाईट- जोगेश्वर गर्ग, विधायक जालोर
बाईट- मिश्रीमल गहलोत, कांग्रेस पार्षद व पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर परिषद जालोर
बाईट- रविंदर सिंह बालावत, भाजपा जिलाध्यक्ष

Conclusion:
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