सांचौर (जालोर). जिले के सांचौर और चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र में पिछले सात दिन से हो रही बारिश ने किसानों के सपनें धराशायी कर दिए. वहीं मंगलवार रात को हुई तेज बारिश से अब किसानों की उम्मीद भी टूट चुकी है.
बारिश से किसानों की बची बचाई सारी फसल नष्ट हो गई. कई गांवों मे बारिश से पूरे खेत जल मग्न हो गए. बारिश से खेतों में खरीफ की फसल और मुख्यतः बाजरे की फसल हाथ से निकल गई है. किसानों का कहना है कि बारिश से बाजरे व मूंग की फसल को अधिक नुकसान हुआ है. हवा के साथ बारिश होने से बाजरे की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई. वहीं कई खेतों मे बाजरे के बीज पुनः अंकुरित हो गए हैं. इसके अलावा फसल जमीन पर गिरने से उपज व घास काली पड़ गई है.
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क्षेत्र के सरनाऊ, सांकड़, दातापुर, खारा, अरणाय, चौथा, हरियाली, सिवाड़ा, चितलवाना, रणोदर सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवो में नुकसान हूआ है. वहीं अब किसानों ने बेमौसम हूई बारिश के बाद फसलों मे भारी नुकसान को लेकर सरकार से मुआवजा की मांग की है. राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पुनासा, दिपाराम खिचड़ सहित सैकड़ों किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. किसानों की मांग है कि फसल खराबें का पटवारी स्तर पर सही सर्वे करवाने व राज्य और केन्द्र सरकार को भेजने की मांग की है. ताकि फसली बीमा योजना का भी क्लेम मिल सकें.