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सांचौर इलाके में लगातार बारिश से खरीफ की फसलें नष्ट, किसानों को अब मुआवजे की आस - Sanchore rains news

जालोर के सांचौर इलाके में लगातार हो रही तेज बारिश से किसानों की उम्मीदें अब टूट चुकी है. बारिश से किसानों की बची बचाई फसल भी नष्ट हो गई हैं. खेतों में खरीफ की फसल और मुख्यतः बाजरे की फसल हाथ से निकल गई है.

Kharif crops destroyed in sanchore, सांचोर में खरीफ फसलें नष्ट
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Published : Oct 3, 2019, 10:50 AM IST

सांचौर (जालोर). जिले के सांचौर और चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र में पिछले सात दिन से हो रही बारिश ने किसानों के सपनें धराशायी कर दिए. वहीं मंगलवार रात को हुई तेज बारिश से अब किसानों की उम्मीद भी टूट चुकी है.

खरीफ की फसलें नष्ट

बारिश से किसानों की बची बचाई सारी फसल नष्ट हो गई. कई गांवों मे बारिश से पूरे खेत जल मग्न हो गए. बारिश से खेतों में खरीफ की फसल और मुख्यतः बाजरे की फसल हाथ से निकल गई है. किसानों का कहना है कि बारिश से बाजरे व मूंग की फसल को अधिक नुकसान हुआ है. हवा के साथ बारिश होने से बाजरे की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई. वहीं कई खेतों मे बाजरे के बीज पुनः अंकुरित हो गए हैं. इसके अलावा फसल जमीन पर गिरने से उपज व घास काली पड़ गई है.

पढ़ें: चूरू: रेलवे पुलिस की सक्रियता ने बचाई महिला यात्री की नगदी और ज्वेलरी

क्षेत्र के सरनाऊ, सांकड़, दातापुर, खारा, अरणाय, चौथा, हरियाली, सिवाड़ा, चितलवाना, रणोदर सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवो में नुकसान हूआ है. वहीं अब किसानों ने बेमौसम हूई बारिश के बाद फसलों मे भारी नुकसान को लेकर सरकार से मुआवजा की मांग की है. राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पुनासा, दिपाराम खिचड़ सहित सैकड़ों किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. किसानों की मांग है कि फसल खराबें का पटवारी स्तर पर सही सर्वे करवाने व राज्य और केन्द्र सरकार को भेजने की मांग की है. ताकि फसली बीमा योजना का भी क्लेम मिल सकें.

सांचौर (जालोर). जिले के सांचौर और चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र में पिछले सात दिन से हो रही बारिश ने किसानों के सपनें धराशायी कर दिए. वहीं मंगलवार रात को हुई तेज बारिश से अब किसानों की उम्मीद भी टूट चुकी है.

खरीफ की फसलें नष्ट

बारिश से किसानों की बची बचाई सारी फसल नष्ट हो गई. कई गांवों मे बारिश से पूरे खेत जल मग्न हो गए. बारिश से खेतों में खरीफ की फसल और मुख्यतः बाजरे की फसल हाथ से निकल गई है. किसानों का कहना है कि बारिश से बाजरे व मूंग की फसल को अधिक नुकसान हुआ है. हवा के साथ बारिश होने से बाजरे की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई. वहीं कई खेतों मे बाजरे के बीज पुनः अंकुरित हो गए हैं. इसके अलावा फसल जमीन पर गिरने से उपज व घास काली पड़ गई है.

पढ़ें: चूरू: रेलवे पुलिस की सक्रियता ने बचाई महिला यात्री की नगदी और ज्वेलरी

क्षेत्र के सरनाऊ, सांकड़, दातापुर, खारा, अरणाय, चौथा, हरियाली, सिवाड़ा, चितलवाना, रणोदर सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवो में नुकसान हूआ है. वहीं अब किसानों ने बेमौसम हूई बारिश के बाद फसलों मे भारी नुकसान को लेकर सरकार से मुआवजा की मांग की है. राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पुनासा, दिपाराम खिचड़ सहित सैकड़ों किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. किसानों की मांग है कि फसल खराबें का पटवारी स्तर पर सही सर्वे करवाने व राज्य और केन्द्र सरकार को भेजने की मांग की है. ताकि फसली बीमा योजना का भी क्लेम मिल सकें.

Intro:सांचौर व चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र में पिछले सात दिन से हो रही बारिश ने किसानों के सपनें मिट्टी में मिला दिए है। वहीं मंगलवार रात को हूई इस सीजन की सभी तेज बारिश से किसानों के सपनें ओर उम्मीद को पूरी तरह तोड़ दिया ।

इस बारिश से किसानों की बची बचाई सारी फसल नष्ट हो गई। कई गांवों मे बारिश से पूरे खेत जल मग्न हो गए। बारिश से खेतों में खरीफ की फसल व मुख्यतः बाजरे की फसल हाथ से निकल गई है किसानों का कहना है कि बारिश से बाजरे व मूंग की फसल को अधिक नुकसान हूआ है हवा के साथ बारिश होने से बाजरे की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई वहीं कई खेतों मे बाजरे के सिट्टे पुनः अंकुरित हो गए हैं इसके अलावा फसल जमीन पर गिरने से उपज व घास काली पड़ गई है क्षेत्र के सरनाऊ,सांकड़,दाता,पुर,खारा,अरणाय,चौथा,हरियाली,सिवाड़ा,चितलवाना,रणोदर सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवो में नुकसान हूआ है वहीं अब किसानों ने बेमौसम हूई बारिश के बाद फसलों मे भारी नुकसान को लेकर सरकार से मुआवजा की मांग की है राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पुनासा दिपाराम खिचड़ सहित सैकड़ों किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है किसानों की मांग है कि फसल खराबें का पटवारी स्तर पर सही सर्वे करवाने व राज्य ओर केन्द्र सरकार को भेजने की मांग की है ताकि फसली बीमा योजना का भी क्लेम मिल सकें

बाईट देसलाराम परिहार तहसीलदार सांचौरBody:सांचौर व चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र में पिछले सात दिन से हो रही बारिश ने किसानों के सपनें मिट्टी में मिला दिए है। वहीं मंगलवार रात को हूई इस सीजन की सभी तेज बारिश से किसानों के सपनें ओर उम्मीद को पूरी तरह तोड़ दिया ।

इस बारिश से किसानों की बची बचाई सारी फसल नष्ट हो गई। कई गांवों मे बारिश से पूरे खेत जल मग्न हो गए। बारिश से खेतों में खरीफ की फसल व मुख्यतः बाजरे की फसल हाथ से निकल गई है किसानों का कहना है कि बारिश से बाजरे व मूंग की फसल को अधिक नुकसान हूआ है हवा के साथ बारिश होने से बाजरे की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई वहीं कई खेतों मे बाजरे के सिट्टे पुनः अंकुरित हो गए हैं इसके अलावा फसल जमीन पर गिरने से उपज व घास काली पड़ गई है क्षेत्र के सरनाऊ,सांकड़,दाता,पुर,खारा,अरणाय,चौथा,हरियाली,सिवाड़ा,चितलवाना,रणोदर सहित क्षेत्र के सैकड़ों गांवो में नुकसान हूआ है वहीं अब किसानों ने बेमौसम हूई बारिश के बाद फसलों मे भारी नुकसान को लेकर सरकार से मुआवजा की मांग की है राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रमसिंह पुनासा दिपाराम खिचड़ सहित सैकड़ों किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है किसानों की मांग है कि फसल खराबें का पटवारी स्तर पर सही सर्वे करवाने व राज्य ओर केन्द्र सरकार को भेजने की मांग की है ताकि फसली बीमा योजना का भी क्लेम मिल सकें

बाईट देसलाराम परिहार तहसीलदार सांचौरConclusion:
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