जालोर. जिले में अभी तक कोरोना वायरस का पॉजिटिव मामला एक भी सामने नहीं आया है, लेकिन चारों तरफ पड़ोसी जिलों में पॉजिटिव मामले सामने के बाद अब जालोर जिला कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों से घिर चुका है. ऐसे में अब कोरोना वायरस के से जालोर को बचाये रखना जिला प्रशासन के लिए कड़ी चुनौती बनता का रहा है. जालोर के पड़ोसी जिले पाली, गुजरात के बनास कांठा और बाड़मेर जिले में पॉजिटिव मामले सामने आ चुके है, लेकिन जालोर में एक भी मामला नहीं है.
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जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से संबंधित संदेहास्पद 224 सेम्पल जांच के लिये भेजे गये थे, जो सभी नेगेटिव आये है. वहींं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.एस.देवल ने बताया कि चिकित्साकर्मियों 575 टीमों ने बुधवार तक जिले में 3 लाख 5 हजार 971 घरों का सर्वे कर 11 लाख 55 हजार 57 सदस्यों की स्क्रीनिंग किया है. स्वास्थ्य केन्द्रों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की भी स्क्रीनिंग की जा रही है. जिले में अब तक 212 व्यक्तियों को चिंहित क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखा गया है.
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बता दें कि सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार वाले व्यक्तियों की विशेष तौर पर निगरानी की जा रही है. विभाग की ओर से लगातार घर-घर जाकर सर्वे करने का कार्य जारी है. चिकित्सा विभाग 'कोरोना से बचना है तो, घर के अन्दर रहना है' की थीम के साथ नर्सिंग स्टाफ, अध्यापक, आशा सहयोगिनी, आंगनवाडी कार्यकर्ता मिलकर डोर-टू-डोर सर्वे कर रहे हैं.
पड़ोसी जिलों की सीमा सख्ती से सील
जिले में कोरोना वायरस के दस्तक को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पड़ोसी जिलों की सीमा को सख्ती से सील कर दी है. किसी भी प्रकार से बाहरी व्यक्ति का जिले में प्रवेश पर रोक लगा दी है.