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बजट से उम्मीद : महिलाएं बोलीं, महंगाई से मिले राहत, युवाओं के लिए हो विशेष प्रावधान - STATE BUDGET 2025

उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी की ओर से पेश किए जाने वाले राज्य के आम बजट को लेकर महिला वर्ग को खासी उम्मीदें हैं.

state budget 2025
बजट से महिलाओं को उम्मीदें. (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 17, 2025, 11:04 PM IST

जयपुर: प्रदेश की भजन लाल सरकार 19 फरवरी को अपना दूसरा पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री के तौर पर डिप्टी सीएम दीया कुमारी ये बजट पेश करेंगी. चूंकि वित्त मंत्री महिला है, इसलिए प्रदेश की आधी आबादी उनसे ज्यादा उम्मीद लग रही है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने महिलाओं से खास बातचीत की. बातचीत के दौरान महिलाओं ने महंगाई से राहत की उम्मीद जताई है. साथ ही युवाओं को लेकर बजट में विशेष प्रावधान की मांग की है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में बच्चों के डिजिटल और नशे की लत को रोकने के​ लिए कठोर प्रावधान किए जाने चाहिए.

वर्चुअल टच पर सरकार फोकस करें: सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. मनीषा सिंह ने कहा कि सरकार का ये दूसरा बजट है. इस बजट से हर वर्ग को उम्मीद है. सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते मैं सोशल सेक्टर की बात करूं तो आज सबसे बड़ी चुनौती बच्चों में वर्चुअल टच की है.स्कूल के बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऑनलाइन गेम्स की लत से उबरने में उनकी मदद के लिए इस बजट में कार्यक्रम तैयार किए जाएं. मेरा दूसरा सुझाव है कि आज हमारा राज्य उत्तरी भारत का एक बड़ा एजुकेशन हब बन गया है. लाखों की संख्या में छात्र- छात्राएं घर परिवार से दूर पढ़ने के लिए आ रहे हैं. पढ़ाई या कोचिंग के तनाव के बीच इन बच्चों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है और ये अनजाने में नशे के आदि हो रहे हैं. नशीले पदार्थों की समस्या से लड़ने के लिए हमें शीघ्र ही कुछ कारगर कदम उठाने होंगे, जिससे युवा पीढ़ी को इस बुराई का शिकार होने से बचाया जा सके.

बजट से महिलाओं को उम्मीदें. (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें: डिप्टी सीएम दीया कुमारी बोलीं- राजस्थान की जनता को ऐतिहासिक बजट मिलेगा

मेंटल हेल्थ प्राथमिकता हो: मेंटल हेल्थ को लेकर काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता सिद्धि रांका ने कहा कि हर बजट में फिजिकल हेल्थ के लिए प्रावधान आते हैं, लेकिन मेंटल हेल्थ के लिए कोई प्रावधान नहीं है. मेंटल हेल्थ भी एक जरूरी मुद्दा है. आज के समय में देखा जाए तो बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस में बच्चे डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं या नशे की लत में लग रहे हैं, तो हम उम्मीद करते हैं कि हर स्कूल, कॉलेज और इंस्टिट्यूट में एक कंपलसरी काउंसलर हो ताकि बच्चे डिप्रेशन तक पहुंचे ही नहीं, उससे पहले काउंसलिंग हो जाए. सिद्धि ने कहा कि जिस तरह से हम देखते हैं जयपुर एक बड़ा शहर है यहां पर काउंसलर है, लेकिन वह प्राइवेट काउंसलर है. वे इतने एक्सपेंसिव है कि हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता, इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार मेंटल हेल्थ के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि मध्यम और गरीब भी इसका लाभ उठा सके. इसके साथ मेंटल हेल्थ की अवेयरनेस के लिए कैंपेन चलाया जाना चाहिए.

किचन का बजट सही हो: गृहिणी के तौर पर सुरभि कांकरिया ने कहा कि सबसे पहले तो बजट में महंगाई से राहत के प्रावधन की उम्मीद है. किसी भी घर का बजट किचन से ही चालू होता है, अगर सरकार कुछ चीजों में टैक्स कम करती है महंगाई भी कम होगी, जैसे पेट्रोल - डीजल के दाम कम होते हैं, उसका असर सब जगह दिखाई देगा. इसके साथ ज्वैलरी को लेकर भी सरकार को कुछ प्रावधान किए जाने चाहिए. जयपुर ज्वैलरी देश विदेश में पहचान रखती है, इस इंडस्ट्री को कुछ राहत के साथ बढ़ावा देने की जरूरत है.

पढें: बजट से उम्मीद : FORTI वुमेन विंग की मांग, घोषणाओं के साथ क्रियान्वयन पर फोकस करे सरकार

योजनाओं के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम हो: वुमेन एंटरप्रोन्योर प्रियंका बरडिया ने कहा कि वुमेन स्टार्टअप को प्रमोट करने लिए सरकार कुछ घोषणा करे. इसके साथ योजनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर भी काम होना चाहिए. युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए कुसुम लालवानी ने कहा कि सरकार को इस बजट में युवाओं के लिए जॉब्स क्रिएट करने पर ध्यान देना चाहिए, यूथ आज रोजगार के लिए भटक रहा है. इसके साथ स्किल को लेकर सरकार को कुछ अवेयरनेस और ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने चाहिए ताकि डवलपमेंट बढ़ सके. डिजिटल सेक्टर में काम करने वाली प्रेरणा रांका ने कहा कि सरकार डिजिटल शिक्षा को अधिक से अधिक प्रमोट करे, अधिक से अधिक धनराशि डिजिटल शिक्षा में आवंटित करें. खास तौर पर घरेलू महिलाएं जो घर से अपना कुछ स्टार्टअप शुरू करना चाहती है. कई बार घर परिवार की जिम्मेदारी के बीच महिलाएं घर से बाहर निकलकर काम नहीं सकती है, ऐसी महिलाओं को घर से अधिक से अधिक काम करने के अवसर सरकार योजनाओं के जरिए दिए जाने चाहिए.

जयपुर: प्रदेश की भजन लाल सरकार 19 फरवरी को अपना दूसरा पूर्ण बजट पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री के तौर पर डिप्टी सीएम दीया कुमारी ये बजट पेश करेंगी. चूंकि वित्त मंत्री महिला है, इसलिए प्रदेश की आधी आबादी उनसे ज्यादा उम्मीद लग रही है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने महिलाओं से खास बातचीत की. बातचीत के दौरान महिलाओं ने महंगाई से राहत की उम्मीद जताई है. साथ ही युवाओं को लेकर बजट में विशेष प्रावधान की मांग की है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में बच्चों के डिजिटल और नशे की लत को रोकने के​ लिए कठोर प्रावधान किए जाने चाहिए.

वर्चुअल टच पर सरकार फोकस करें: सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. मनीषा सिंह ने कहा कि सरकार का ये दूसरा बजट है. इस बजट से हर वर्ग को उम्मीद है. सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते मैं सोशल सेक्टर की बात करूं तो आज सबसे बड़ी चुनौती बच्चों में वर्चुअल टच की है.स्कूल के बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऑनलाइन गेम्स की लत से उबरने में उनकी मदद के लिए इस बजट में कार्यक्रम तैयार किए जाएं. मेरा दूसरा सुझाव है कि आज हमारा राज्य उत्तरी भारत का एक बड़ा एजुकेशन हब बन गया है. लाखों की संख्या में छात्र- छात्राएं घर परिवार से दूर पढ़ने के लिए आ रहे हैं. पढ़ाई या कोचिंग के तनाव के बीच इन बच्चों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है और ये अनजाने में नशे के आदि हो रहे हैं. नशीले पदार्थों की समस्या से लड़ने के लिए हमें शीघ्र ही कुछ कारगर कदम उठाने होंगे, जिससे युवा पीढ़ी को इस बुराई का शिकार होने से बचाया जा सके.

बजट से महिलाओं को उम्मीदें. (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें: डिप्टी सीएम दीया कुमारी बोलीं- राजस्थान की जनता को ऐतिहासिक बजट मिलेगा

मेंटल हेल्थ प्राथमिकता हो: मेंटल हेल्थ को लेकर काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता सिद्धि रांका ने कहा कि हर बजट में फिजिकल हेल्थ के लिए प्रावधान आते हैं, लेकिन मेंटल हेल्थ के लिए कोई प्रावधान नहीं है. मेंटल हेल्थ भी एक जरूरी मुद्दा है. आज के समय में देखा जाए तो बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस में बच्चे डिप्रेशन की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं या नशे की लत में लग रहे हैं, तो हम उम्मीद करते हैं कि हर स्कूल, कॉलेज और इंस्टिट्यूट में एक कंपलसरी काउंसलर हो ताकि बच्चे डिप्रेशन तक पहुंचे ही नहीं, उससे पहले काउंसलिंग हो जाए. सिद्धि ने कहा कि जिस तरह से हम देखते हैं जयपुर एक बड़ा शहर है यहां पर काउंसलर है, लेकिन वह प्राइवेट काउंसलर है. वे इतने एक्सपेंसिव है कि हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता, इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार मेंटल हेल्थ के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि मध्यम और गरीब भी इसका लाभ उठा सके. इसके साथ मेंटल हेल्थ की अवेयरनेस के लिए कैंपेन चलाया जाना चाहिए.

किचन का बजट सही हो: गृहिणी के तौर पर सुरभि कांकरिया ने कहा कि सबसे पहले तो बजट में महंगाई से राहत के प्रावधन की उम्मीद है. किसी भी घर का बजट किचन से ही चालू होता है, अगर सरकार कुछ चीजों में टैक्स कम करती है महंगाई भी कम होगी, जैसे पेट्रोल - डीजल के दाम कम होते हैं, उसका असर सब जगह दिखाई देगा. इसके साथ ज्वैलरी को लेकर भी सरकार को कुछ प्रावधान किए जाने चाहिए. जयपुर ज्वैलरी देश विदेश में पहचान रखती है, इस इंडस्ट्री को कुछ राहत के साथ बढ़ावा देने की जरूरत है.

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योजनाओं के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम हो: वुमेन एंटरप्रोन्योर प्रियंका बरडिया ने कहा कि वुमेन स्टार्टअप को प्रमोट करने लिए सरकार कुछ घोषणा करे. इसके साथ योजनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर भी काम होना चाहिए. युवाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए कुसुम लालवानी ने कहा कि सरकार को इस बजट में युवाओं के लिए जॉब्स क्रिएट करने पर ध्यान देना चाहिए, यूथ आज रोजगार के लिए भटक रहा है. इसके साथ स्किल को लेकर सरकार को कुछ अवेयरनेस और ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने चाहिए ताकि डवलपमेंट बढ़ सके. डिजिटल सेक्टर में काम करने वाली प्रेरणा रांका ने कहा कि सरकार डिजिटल शिक्षा को अधिक से अधिक प्रमोट करे, अधिक से अधिक धनराशि डिजिटल शिक्षा में आवंटित करें. खास तौर पर घरेलू महिलाएं जो घर से अपना कुछ स्टार्टअप शुरू करना चाहती है. कई बार घर परिवार की जिम्मेदारी के बीच महिलाएं घर से बाहर निकलकर काम नहीं सकती है, ऐसी महिलाओं को घर से अधिक से अधिक काम करने के अवसर सरकार योजनाओं के जरिए दिए जाने चाहिए.

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