जयपुर/जालोर. दलित बच्चे की मारपीट में मौत के मामले में मंगलवार को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. पीड़ित परिवार से (Dotasra met Family of Dalit student) मुलाकात के बाद डोटासरा ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की सहायता प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से देने की घोषणा की.
डोटासरा ने कहा कि 5 लाख रुपये पहले ही मुख्यमंत्री सहायता परिवार को मिल चुकी है. 20 लाख रुपये आज ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पीड़ित परिवार को सौंप दिए (Jalore Dalit Student Death Case) जाएंगे. साथ ही जिस स्कूल में यह घटना हुई उसकी मान्यता रद्द करने के लिए भी 3 दिन का कारण बताओ नोटिस स्कूल को दे दिया गया है. 3 दिन बाद स्कूल की मान्यता को लेकर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा.
डोटासरा ने कहा कि पीड़ित परिवार के बच्चों की शिक्षा का खर्चा भी अब प्रदेश सरकार उठाएगी. हालांकि पीड़ित परिवार में सरकारी नौकरी को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है. लेकिन इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में सकारात्मक रुख बताया है. आने वाले 10 से 12 दिनों में नियम अनुसार पीड़ित परिवार के सदस्यों को कैसे सरकारी नौकरी में समाहित किया जा सकता है, इसे लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
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गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि मृतक बालक के दाह संस्कार के समय जो पुलिस पर आरोप लग रहे हैं, उसकी भी जांच करवाई (20 lakh compensation to jalore dalit family) जाएगी. अगर उस मामले में प्रशासन का कोई अधिकारी या पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. डोटासरा ने कहा कि 5 लाख रुपये सरकार की ओर से और 20 लाख रुपये प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से दिए जाने के बाद उस बच्चे के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता मिल जाएगी. वहीं एससी एसटी मामले में जो 8.5 लाख की सहायता दी जाएगी, वो प्रक्रिया का हिस्सा है. उसमें से 4 लाख 25000 बच्चे के परिवार को पहली किस्त के तौर पर मिल चुके हैं. दूसरी किस्त के 4 लाख 25000 चालान पेश होने के बाद बच्चे के परिवार को मिल जाएंगे.
मटकी से पानी पीने वाली बात की हो रही जांचः पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए डोटासरा के साथ मंत्री भजनलाल जाटव, मंत्री गोविंदराम मेघवाल, मंत्री ममता भूपेश, राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई व पुखराज पाराशर पहुंचे. उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी. डोटासरा ने कहा कि अगर कानून में संशोधन करने की जरूरत पड़ी तो वो भी हम करेंगे. उन्होंने कहा कि मटकी के पानी वाली बात की जांच हो रही है.
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कांग्रेस पार्टी दलित, ओबीसी और गरीब सवर्ण का हमेशा हित सोचती है. उन्होंने कहा कि अगर परिवार जांच में बदलाव करवाना चाहे तो उनके मनचाहे अधिकारी से जांच कराने के लिए तैयार हैं. उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले 9 वर्षीय बालक की पिटाई के बाद मौत होना दुखद व निंदनीय बताते हुए कहा कि परिजनों से व्यवस्थित बात की गई है. 12वां होने के बाद परिजनों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करवाएंगे. वहां इनकी समस्त मांगों को लेकर चर्चा की जाएगी, प्रावधानों के तहत उनकी मांगों का समाधान भी किया जाएगा.
डोटासरा ने कहा कि गुजरात से बच्चे का शव लाते समय पुलिस की ओर से परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायत मिली है. इस दौरान प्रभारी मंत्री अर्जुनसिंह बामणिया, पवन गोदारा, जैसलमेर विधायक रूपाराम धनदे, जिला कलेक्टर निशांत जैन, एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला, पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल व मंजू मेघवाल सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
20 लाख की सहायता पहली बारः प्रदेश कांग्रेस की ओर से पहले भी पीड़ितों की सहायता की जाती रही है. लेकिन 20 लाख रुपये की राशि पहली बार किसी पीड़ित को प्रदेश कांग्रेस की ओर से दी गई है. इससे पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस में सितंबर 2020 में दलित युवती की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करने पर भी प्रदेश कांग्रेस ने एआईसीसी के निर्देशों पर 10 लाख रुपये उत्तर प्रदेश हाथरस पीड़िता के परिवार को भिजवाए थे. इसके बाद यह पहली बार है कि एआईसीसी के कहने पर प्रदेश कांग्रेस की ओर से किसी पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये जितनी बड़ी सहायता राशि दी गई हो.