रानीवाड़ा (जालोर). जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन पर पीएलवी चंदू लाल भील ने ग्राम पंचायत पूरण के नरेगा कार्यस्थल पर जाकर श्रमिकों को बाल विवाह एवं कोरोना गाइडलाइन के संबंध में जानकारी दी.
पीएलवी चंदू लाल भील ने ग्रामीणों को बताया कि शहरी इलाकों में बाल विवाह का स्तर लगभग नगण्य हैं. जबकि ग्रामीण इलाकों में बाल विवाह का प्रचलन अभी भी बना हुआ है. इसका प्रमुख कारण अशिक्षा है. अशिक्षित होने के कारण परिजन अपनी संतान की शादी अल्पायु में ही कर देते हैं.
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इससे उन्हें न केवल पारिवारिक बल्कि सामाजिक, मानसिक और शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आमतौर पर परिजन बाल विवाह के कुप्रभाओं से परिचित होने के बाद भी बच्चों का बालपन में विवाह कर देते हैं.
गांव में किया सोडियम हाइपो क्लोराइड का छिड़काव
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर ग्राम पंचायत बडगांव की ओर से सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव किया गया. बडगांव कस्बे की विभिन्न गली-मोहल्लों में सेनेटाइजर का छिड़काव करवाया गया. साथ ही सरपंच एवं उपसरपंच ने ग्रामीणों से कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की अपील की है.
कोर ग्रुप की हुई बैठक
रानीवाड़ा के निकटवर्ती आजोदर गांव में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आजोदर में प्रधानाचार्य पारसाराम एवं सरपंच विकास कुमार सोलंकी की मौजूदगी में कोर ग्रुप की बैठक हुई. बैठक में प्रधानाचार्य पारसाराम एवं सरपंच विकास कुमार सोलंकी ने आजोदर ग्राम पंचायत के अधीन गांवों के शादी वाले परिवारों को समारोह में 50 से कम सदस्य रखने एवं कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की हिदायत दी. कमेटी सदस्यों से कोरोना महामारी से बचाव लिए सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की ग्रामीणों से सख्ती से पालना करवाने के लिए कहा.