आहोर(जालोर). सरकार एक तरफ शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपयों का बजट खर्च कर रही है लेकिन कई विद्यालय बदहाली के आंसू रो रहे हैं. ऐसा ही जालोर जिले के आहोर इलाके का एक आदर्श विद्यालय है जहां आम दिनों में भी छत से प्लास्टर गिरता है तो बारिश में पानी टपकना शुरू हो जाता है.
आहोर उपखण्ड क्षेत्र के गुड़ा बालोतान के आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की हालत ऐसी ही है जो पिछले लंबे समय से बदहाली का उदाहरण बना हुआ है. विद्यालय में अध्ययनरत सैकड़ों छात्र-छात्राएं हर वक्त खतरे के साये में पढ़ने को मजबूर हैं.
दरअसल, ग्राम पंचायत मुख्यालय पर करीब 60 साल पहले भामाशाह की ओर भवन निर्माण कराया गया था जिसमें 12वीं तक कक्षाएं संचालित हो रही हैं. विद्यालय भवन में हाल ही में अधिकांश कक्षा-कक्ष जर्जर हालत में है. विद्यालय प्रशासन की ओर से जर्जर भवन को दुरुस्त करवाने को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक कोई सुध नहीं ली गई.
इधर विद्यालय परिसर बन रहे दो अतिरिक्त कक्षा-कक्षा और हॉल का निर्माण कार्य पिछले करीब 1 माह से अधूरा पड़ा है. विद्यालय प्रशासन ने संबंधित ठेकेदार को अवगत कराया लेकिन अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. ठेकेदार कि ओर से लापरवाही बरती जा रही है.