जालोर. देशभर में केंद्र सरकार की ओर से 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की गई थी, उसके बाद लगातार 5 वर्षों से यह योजना चलती आ रही है. रबी और खरीफ की सीजन में पीएम फसल बीमा योजना के तहत बीमा किया जाता है. जिसमें 2 प्रतिशत प्रीमियम किसानों को वहन करना पड़ता है, जबकि 98 प्रतिशत प्रीमियम केंद्र और राज्य सरकार मिलकर आधा-आधा वहन करती है.
इस योजना के प्रसार प्रचार करने व किसानों तक योजना की जानकारी पहुंचाने के लिए लेकर पूरे भारत में से सिर्फ जालोर जिले में ही किसान गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है. जिले के 275 ग्राम पंचायतों में किसान गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में किसानों को अवगत करवाकर ज्यादा से ज्यादा किसानों को बीमा करवाने के किये प्रेरित किया जा सकेगा.
कृषि उप निदेशक डॉ. आर.बी सिंह ने बताया कि खरीफ की सीजन शुरू हो चुकी है. ऐसे में खरीफ फसल के बीमा पीएम फसल बीमा योजना के तहत करवाने के लिए किसानों को जागरूक करने के मामले को जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने गंभीरता से लिया और किसानों को जागरूक करने के लिए जिला स्तर से एक प्रोग्राम बनाया गया. जिसके तहत जिले के सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में बेहतर जानकारी दें और बीमा करवाने के लिए प्रेरित करे. जिसके बाद अब जिलेभर में किसान गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है. इसी के साथ उन्होंने बताया कि 3 जुलाई से किसान गोष्ठी का आयोजन शुरू किया गया है, जो 15 जुलाई तक चलेगा.
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फसल बर्बाद होने पर किसानों को मिलेगा मुआवजा
बीमा योजना के अनुसार किसी कारण से किसानों की फसल खेतों में खराब हो जाती है तो किसानों को बीमा कम्पनी क्लेम राशि देगी. जिसमें शर्त है कि 50 प्रतिशत से ज्यादा खराबा होता है तो कम्पनी 25 प्रतिशत क्लेम तुरन्त देती है. वहीं 75 प्रतिशत क्लेम क्रॉप कटिंग के बाद देती है.
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अभियान सिर्फ जालोर में
कृषि उप निदेशक डॉ. आर बी सिंह ने बताया कि यह बीमा योजना पिछले 5 सालों से चल रही है, लेकिन किसानो को बड़े स्तर पर जागरूक करने के लिए अभियान का आयोजन सिर्फ जालोर में ही किया जा रहा है.