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जालोर : बारी के बावजूद पानी नहीं, परेशान किसानों ने सौंपा नर्मदा विभाग को ज्ञापन, प्रदर्शन की चेतावनी

जालोर के चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र से गुजर रही भीमगुड़ा नहर में से निकल रही डूंगरी ए माइनर में बारी होने के बावजूद टेल क्षेत्र तक पानी नहीं पहुंच रहा है. इससे परेशान टेल क्षेत्र के किसानों ने नर्मदा विभाग के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपकर पानी देने की मांग की है.

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Published : Nov 28, 2020, 7:45 PM IST

jalore news,किसानों ने सौंपा ज्ञापन
बारी होने के बावजूद टेल क्षेत्र तक पानी नहीं पहुंच रहा है.

जालोर. जिले के चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र से गुजर रही भीमगुड़ा वितरिका में से निकल रही डूंगरी ए माइनर में बारी होने के बावजूद टेल क्षेत्र तक पानी नहीं पहुंच रहा है. इससे परेशान टेल क्षेत्र के किसानों ने नर्मदा विभाग के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपकर पानी देने की मांग की है. साथ ही किसानों ने पानी टेल तक नहीं पहुंचाने की स्थिति में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

किसानों का आरोप है कि नर्मदा नहर की डूंगरी माइनर के टेल तक पानी नहीं आने के कारण करीबन 200 से ज्यादा किसानों के खेतों में रबी की फसल के बीज खराब हो रहे हैं. विभाग के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. किसानों का आरोप है कि नर्मदा विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण माइनर में कुछ किसानों ने अवैध रूप से साइफन डाल कर पानी को खेतों में छोड़ दिया है. लेकिन विभाग के कार्मिक उन अवैध साइफन को हटा नहीं पा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: तेल कंपनी की लापरवाहीः बाड़मेर में बंद पड़े ट्यूबवेल से निकल रही दो दिन से आग की लपटें

किसान मगा राम पुनिया ने बताया कि डूंगरी ए माइनर में अवैध साइफन को हटाने की मांग को लेकर नर्मदा विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया. लेकिन अधिकारियों ने अवैध साइफन हटाने में असमर्थता जता दी. ऐसे में अब किसको अपनी समस्या किसे सुनाएं यह समझ नहीं आ रहा है. वहीं अन्य किसानों ने भी बताया कि नहर में समय पर पानी नहीं आने के कारण किसानों के खेतों में डाले बीज खराब हो रहे हैं. लेकिन किसान कुछ नहीं कर पा रहा है.

यह भी पढ़ें: हाल-ए-एटीएम: खाली ATM बने शोपीस, कैश की जगह ग्राहकों को मिल रही 'No-Cash' की पर्चियां, आखिर जिम्मेदार कौन?

विभाग के अधिकारी नहीं रख रहे है निगरानी

नर्मदा नहर परियोजना में हजारों करोड़ खर्च करने के बावजूद नहर सिस्टम नियमानुसार संचालित नहीं हो रहा है. जिसके कारण किसानो को परेशान होना पड़ रहा है. किसानों ने बताया कि नहर की माइनर में अवैध रूप से नहर को तोड़कर स्थाई साइफन लोगों ने लगा दिए है. जिससे पानी टेल तक पहुंच ही नहीं पाता है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि माइनर में अगर स्थाई निर्माण तोड़कर अवैध साइफन लगाए गए तो विभाग उनको हटवा क्यों नहीं रहा है

जालोर. जिले के चितलवाना उपखण्ड क्षेत्र से गुजर रही भीमगुड़ा वितरिका में से निकल रही डूंगरी ए माइनर में बारी होने के बावजूद टेल क्षेत्र तक पानी नहीं पहुंच रहा है. इससे परेशान टेल क्षेत्र के किसानों ने नर्मदा विभाग के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपकर पानी देने की मांग की है. साथ ही किसानों ने पानी टेल तक नहीं पहुंचाने की स्थिति में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

किसानों का आरोप है कि नर्मदा नहर की डूंगरी माइनर के टेल तक पानी नहीं आने के कारण करीबन 200 से ज्यादा किसानों के खेतों में रबी की फसल के बीज खराब हो रहे हैं. विभाग के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. किसानों का आरोप है कि नर्मदा विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण माइनर में कुछ किसानों ने अवैध रूप से साइफन डाल कर पानी को खेतों में छोड़ दिया है. लेकिन विभाग के कार्मिक उन अवैध साइफन को हटा नहीं पा रहे हैं.

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किसान मगा राम पुनिया ने बताया कि डूंगरी ए माइनर में अवैध साइफन को हटाने की मांग को लेकर नर्मदा विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया. लेकिन अधिकारियों ने अवैध साइफन हटाने में असमर्थता जता दी. ऐसे में अब किसको अपनी समस्या किसे सुनाएं यह समझ नहीं आ रहा है. वहीं अन्य किसानों ने भी बताया कि नहर में समय पर पानी नहीं आने के कारण किसानों के खेतों में डाले बीज खराब हो रहे हैं. लेकिन किसान कुछ नहीं कर पा रहा है.

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विभाग के अधिकारी नहीं रख रहे है निगरानी

नर्मदा नहर परियोजना में हजारों करोड़ खर्च करने के बावजूद नहर सिस्टम नियमानुसार संचालित नहीं हो रहा है. जिसके कारण किसानो को परेशान होना पड़ रहा है. किसानों ने बताया कि नहर की माइनर में अवैध रूप से नहर को तोड़कर स्थाई साइफन लोगों ने लगा दिए है. जिससे पानी टेल तक पहुंच ही नहीं पाता है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि माइनर में अगर स्थाई निर्माण तोड़कर अवैध साइफन लगाए गए तो विभाग उनको हटवा क्यों नहीं रहा है

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