जालोर. प्रदेश में दिव्यांग लोगों के लिए सरकार कई प्रकार की योजना संचालित करती है. जिसमें पैसा पानी की तरह बहाया जाता है, लेकिन धरातल स्तर पर दिव्यांग लोगों को सुविधा नहीं मिल पाती है. कई जगहों पर तो सुविधा और रियायत की जगह बदसलूकी तक की जाती है.
ऐसा ही एक मामला जिले के आहोर में सामने आया है. जहां पर निम्बला टोल पर दिव्यांग के वाहन का सरकार द्वारा टोल राशि फ्री करने के बावजूद भी जबरन टोल वसूला गया. साथ ही अभद्रता की गई. जिसके बाद पीड़ित ने आहोर उपखण्ड अधिकारी प्रशांत शर्मा को टोल नाके पर दुर्व्यवहार को लेकर ज्ञापन दिया और कार्रवाई करने की मांग की.
वहीं ज्ञापन में झालाराम देवासी ने बताया कि दिव्यांगों के लिए केंद्र सरकार द्वारा नेशनल हाइवे पर भी दिव्यांगों के मोडिफाई वाहनों पर टोल फ्री कर रखा है. स्टेट हाइवे पर भी फ्री है, लेकिन निम्बला टोल नाके पर उससे जबरन टोल वसूला गया है. उन्होंने बताया कि टोल नाके पर दिव्यांग के वाहनों का टोल फ्री होने की बात कही तो कार्मिकों ने अभद्रता और बदसलूकी करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए.
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जिसके बाद में काफी देर तक रोकने के बाद जबरन टोल राशि वसूलने के बाद वाहन को जाने दिया. उन्होंने बताया अक्सर काम के सिलसिले से भाद्राजून जोधपुर स्टेट हाईवे पर आना-जाना रहता है. ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार की पॉलिसी के मुताबिक टोल फ्री रखने और अभद्रता करने वाले टोल कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की.