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जालोर : थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों की खरीद पर विवाद...जांच कमेटी गठित - जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता

जालोर में कोरोना के चलते ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए 200 थर्मल स्कीनिंग मशीनें खरीदी गई थी. जिसको लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है. इस मामले में जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा है कि इन मशीनों को बिना उनकी इजाजत के खरीदा गया है. पूरे मामले की जांच के लिए उन्होंने तीन सदस्यों की कमेटी गठित की है.

जालोर न्यूज, rajasthan news
थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को लेकर हुआ विवाद
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Published : Jun 30, 2020, 1:26 PM IST

जालोर. जिले में ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए लॉकडाउन में 200 थर्मल स्क्रीनिंग मशीन खरीदी गई थी, लेकिन अब मशीन खरीदने को लेकर विवाद हो गया है. जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. गजेंद्र सिंह ने संबंधित फर्म को पत्र लिखकर ऑर्डर निरस्त करके सप्लाई की गई मशीनें वापस ले जाने को कहा है.

थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को लेकर हुआ विवाद

वहीं, थर्मल स्क्रीनिंग मशीन की सप्लाई देने वाली जोधपुर की फर्म साइमा इंटरनेशनल के मालिक जेके शर्मा ने 200 मशीनों का भुगतान 13 लाख रुपए दिलवाने की मांग की है. सीएमएचओ के ऑर्डर निरस्त करने वाले पत्र के बाद विवाद खड़ा हो गई. वहीं, दूसरी तरफ जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भी उनके बिना आदेश के मशीनों को खरीदने की जांच के आदेश दे दिए हैं.

पढे़ं- रानीवाड़ा में सरकारी अस्पताल के आगे से बाइक चोरी, वारदात CCTV में कैद

जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को खरीदने का काम उनकी जानकारी के बिना हुआ है. ऐसे में तीन सदस्यों की टीम गठित करके पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. जांच कमेटी में एडीएम छगन लाल गोयल, डीपीएम चरण सिंह व कोषाधिकारी को शामिल किया है. ये टीम 7 दिन में पूरे मामले की जांच करके कलेक्टर गुप्ता को रिपोर्ट सुपुर्द करेगी.

जालोर न्यूज, rajasthan news
स्कीनिंग के खरीदी गई थी 200 मशीनें

ये है विवाद...

थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों के लिए सीएमएचओ डॉ. गजेंद्र सिंह देवल ने 18 और 24 मई को जोधपुर की साइमा इंटरनेशनल फर्म को दो अलग-अलग पत्र लिखकर मशीनों की सप्लाई देने को कहा था. उसके बाद फर्म ने जोधपुर से 200 थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को भेज दिया, लेकिन खरीददारी से पहले जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष की अनुमति नहीं ली.

ऐसे में जिला कलेक्टर ने पूरे मामले में आपत्ति जताई तो सीएमएचओ ने ऑर्डर निरस्त करके फर्म मालिक से मशीनों को लेने के बजाय भुगतान करने की मांग की. वहीं, इन मशीनों की खरीद पर ये भी आरोप लग रहे है कि ये बाजार दर से महंगी खरीदी गई है. ऐसे में अब कमेटी जांच करने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा कि मशीनों की खरीदारी में कोई घोटाला हुआ है या नहीं.

चिकित्सा विभाग ने 7 हजार में खरीदी है मशीनें...

चिकित्सा विभाग ने बताया कि जिले में मई महीने में मंगवाई थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों की दर 6 हजार रुपए प्रति मशीन है, इसके अलावा 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से है. ऐसे में ये मशीन 7 हजार 80 रुपए में पड़ी है. जबकि आरोप ये लग रहा है कि ये थर्मल स्क्रीनिंग मशीनें बाजार में 4 हजार तक मिल रही है.

पढे़ं- जालोर: नावां में निजी स्कूल भवन बनाने की अनुमति देने के मामले में पालिकाध्यक्ष-ईओ में ठनी

जालोर में पड़ी हैं थर्मल स्क्रीनिंग मशीनें...

थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों के लिए दो बार पत्र लिखने के बाद फर्म मालिक ने मशीनों को जालोर तक पहुंचा दिया, लेकिन विवाद होने के बाद सीएमएचओ ने मशीनों को वापस ले जाने को कहा है, जबकि फर्म मालिक भुगतान की मांग कर रहा है. ऐसे में ये स्क्रीनिंग मशीनें जालोर चिकित्सा विभाग के पास पड़ी है.

जालोर. जिले में ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए लॉकडाउन में 200 थर्मल स्क्रीनिंग मशीन खरीदी गई थी, लेकिन अब मशीन खरीदने को लेकर विवाद हो गया है. जिसके बाद सीएमएचओ डॉ. गजेंद्र सिंह ने संबंधित फर्म को पत्र लिखकर ऑर्डर निरस्त करके सप्लाई की गई मशीनें वापस ले जाने को कहा है.

थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को लेकर हुआ विवाद

वहीं, थर्मल स्क्रीनिंग मशीन की सप्लाई देने वाली जोधपुर की फर्म साइमा इंटरनेशनल के मालिक जेके शर्मा ने 200 मशीनों का भुगतान 13 लाख रुपए दिलवाने की मांग की है. सीएमएचओ के ऑर्डर निरस्त करने वाले पत्र के बाद विवाद खड़ा हो गई. वहीं, दूसरी तरफ जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भी उनके बिना आदेश के मशीनों को खरीदने की जांच के आदेश दे दिए हैं.

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जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को खरीदने का काम उनकी जानकारी के बिना हुआ है. ऐसे में तीन सदस्यों की टीम गठित करके पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. जांच कमेटी में एडीएम छगन लाल गोयल, डीपीएम चरण सिंह व कोषाधिकारी को शामिल किया है. ये टीम 7 दिन में पूरे मामले की जांच करके कलेक्टर गुप्ता को रिपोर्ट सुपुर्द करेगी.

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स्कीनिंग के खरीदी गई थी 200 मशीनें

ये है विवाद...

थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों के लिए सीएमएचओ डॉ. गजेंद्र सिंह देवल ने 18 और 24 मई को जोधपुर की साइमा इंटरनेशनल फर्म को दो अलग-अलग पत्र लिखकर मशीनों की सप्लाई देने को कहा था. उसके बाद फर्म ने जोधपुर से 200 थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों को भेज दिया, लेकिन खरीददारी से पहले जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष की अनुमति नहीं ली.

ऐसे में जिला कलेक्टर ने पूरे मामले में आपत्ति जताई तो सीएमएचओ ने ऑर्डर निरस्त करके फर्म मालिक से मशीनों को लेने के बजाय भुगतान करने की मांग की. वहीं, इन मशीनों की खरीद पर ये भी आरोप लग रहे है कि ये बाजार दर से महंगी खरीदी गई है. ऐसे में अब कमेटी जांच करने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा कि मशीनों की खरीदारी में कोई घोटाला हुआ है या नहीं.

चिकित्सा विभाग ने 7 हजार में खरीदी है मशीनें...

चिकित्सा विभाग ने बताया कि जिले में मई महीने में मंगवाई थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों की दर 6 हजार रुपए प्रति मशीन है, इसके अलावा 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से है. ऐसे में ये मशीन 7 हजार 80 रुपए में पड़ी है. जबकि आरोप ये लग रहा है कि ये थर्मल स्क्रीनिंग मशीनें बाजार में 4 हजार तक मिल रही है.

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जालोर में पड़ी हैं थर्मल स्क्रीनिंग मशीनें...

थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों के लिए दो बार पत्र लिखने के बाद फर्म मालिक ने मशीनों को जालोर तक पहुंचा दिया, लेकिन विवाद होने के बाद सीएमएचओ ने मशीनों को वापस ले जाने को कहा है, जबकि फर्म मालिक भुगतान की मांग कर रहा है. ऐसे में ये स्क्रीनिंग मशीनें जालोर चिकित्सा विभाग के पास पड़ी है.

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