रानीवाड़ा (जालोर). जिले के करड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के पाडावी गांव में करीब डेढ़ महिने पहले मौत होने के बाद दफनाए गए शव को बाहर निकालने के बाद उसका पोस्टमार्टम करवाया गया है. मामला चौंकाने वाला और चर्चित है.
मामले में पाडावी निवासी धीराराम की मौत हो गई थी. उस समय मौत का कारण करंट लगना बताया गया था. लेकिन बाद में परिजनों ने शक के आधार पर परिवाद पेश किया, जिस पर ये पूरी कार्रवाई की गई. मामले में गठित विशेष मेडिकल टीम की ओर से पोस्टमार्टम करवाया गया. मामला इसलिए चर्चित है कि पाडावी गांव में धीराराम की 2 फरवरी को मौत हो गई थी. जिसका प्रारंभिक कारण करंट लगना बताया गया था. जिस पर परिजनों ने सामाजिक रिवाज के अनुसार उसके शव को दफना दिया था. लेकिन इस बीच कई तरह की चर्चा के बाद परिजनों को हत्या की आशंका लगी, जिस पर उन्होंने 24 फरवरी को एसडीएम रानीवाड़ा को मामले में शक जाहिर करते हुए पुन: पोस्टमार्टम की मांग की.
परिवार के परिवाद के बाद एसडीएम और पुलिस की मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम के लिए पुन: बाहर निकाला. जिसके बाद गठित विशेष टीम ने पुन: पीएम करने के साथ जांच के लिए सैंपल लेकर शव को उसी जगह पर पुनः ही दफना दिया गया.
मौके पर ही पीएम कर लिए सैंपल और फिर दफनाया
ये सामाजिक बंधन और भावनाओं से जुड़ा प्रकरण था, लेकिन परिवार के लोगों ने ही इस मामले में शव के पोस्टमार्टम की मांग की थी, जिस पर एसडीएम ने दफनाए गए शव को बाहर निकालने और पुन: पीएम के लिए अनुमति जारी की. शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम करने के बाद पुन: उसे वहीं दफना दिया गया. ये प्रकरण दिनभर सोशल मीडिया पर भी छाया रहा.