भीनमाल (जालोर). अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 66वें राष्ट्रीय अधिवेशन का नागपुर में उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने किया.कोरोनावायरस के संक्रमण की परिस्थितियों में इस वर्ष अधिवेशन में एबीवीपी की विभिन्न इकाइयों के कार्यकर्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिवेशन में भाग ले रहे हैं. भीनमाल में भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यकर्ता और संस्थानों के छात्र भाग ले रहे हैं.
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देशभर में 4 हजार स्थानों पर हो रही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तथा स्क्रीनिंग में लगभग डेढ़ लाख की संख्या में छात्र, प्रोफेसर तथा सामाजिक कार्यकर्ता इस अधिवेशन में भाग ले रहे हैं. दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर आयोजित हो रहे अधिवेशन कार्यक्रमों का उद्घाटन सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा शिक्षकों सहित अन्य गणमान्य नागरिकों के द्वारा किया गया. भीनमाल में यह कार्यक्रम स्वामीनारायण होस्टल में विद्या भारती प्रान्त अध्यक्ष डॉ. श्रवण कुमार मोदी, पांथेडी सरपंच मीरा देवासी, प्रान्त एसएफफडी संयोजक अंकित दुआ और जिला संयोजक चंदन सिंह सोलंकी की मौजूदगी में हुआ.
इस दौरान भीनमाल नगर मंत्री महिपाल सिंह ने कहा कि हमने अधिवेशन के जरिए प्रत्येक वर्ष होने वाले संवाद को इस वर्ष भी तकनीकी माध्यम से जारी रखा है. अधिवेशन में भीनमाल में आभासी माध्यमों से सहभागिता कर शिक्षा और वर्तमान की परिस्थितियों पर सार्थक संवाद किया. बीते महीनों की कोरोनाकाल की विषम परिस्थितियों में भी एबीवीपी के कार्यकर्ता रूके नहीं, बल्कि विविध सेवा कार्यों के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद कर देशसेवा में लगे रहे. वर्तमान समय में मुख्यतया कोरोनावायरस सहित विभिन्न कारणों से नई परिस्थितियों का उदय हुआ है, शिक्षा का पूरा क्षेत्र कई महीनों से ऑनलाइन माध्यमों से संचालित हो रहा है. ऐसे में शिक्षा क्षेत्र का अग्रणी छात्र संगठन होने के नाते हमने नए अवसरों तथा परिस्थितियों के बारे में सार्थक संवाद किया.
भीनमाल नगर मंत्री महिपाल सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को पारम्परिक तथा आधुनिक ज्ञान के समन्वय से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली, हम आशा करते हैं कि शिक्षा क्षेत्र में बदली परिस्थितियों में स्वयं को व्यवस्थित कर वर्तमान पीढ़ी देश को आगे ले जाएगी. इस मौके पर एबीवीपी के पूर्व कार्यकर्ता बालूराम जी चौधरी, अशोक सिंह जी ओपावत, जोधा राम जी देवासी एवं एबीवीपी के कई वर्तमान कार्यकर्ता मौजूद थे.