जैसलमेर. यूआईटी जैसलमेर ने बड़ाबाग क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. इस कार्रवाई के दौरान एक प्रधानमंत्री आवास को भी ध्वस्त कर दिया गया. वहीं ग्रामीणों ने यूआईटी के अधिकारियों पर बिना नोटिस दिए अचानक से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. साथ ही यूआईटी के कर्मचारियों पर महिलाओं के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया है.
ग्रामीण धापू ने बताया की उसके नाम से पिछले साल प्रधानमंत्री बड़ाबाग क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने स्वीकृत हुआ था. उसने 40 सालों से कच्चे मकान में रहने के बाद गत साल ही पक्का मकान बना था. वहीं यूआईटी ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में प्रधानमंत्री आवास को भी तोड़ दिया. साथ ही धापू देवी ने यूआईटी के कर्मचारियों पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया. पीड़िता ने इस संबंध में पुलिस कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई है.
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वहीं बड़ाबाग की गोगे की तलाई क्षेत्र के लोगों ने ज्ञापन प्रस्तुत कर यूआईटी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि इस इलाके में वो लोग 40-50 साल से रह रहे हैं. वहीं सरकार ने उन्हें राशन कार्ड, बिजली का कनेक्शन और अन्य सुविधाएं भी मुहैया करवाई हुई है. इसके बावजूद यूआईटी ने बिना किसी नोटिस या अग्रिम सुचना के अतिक्रमण मानते हुए उनके मकान ध्वस्त कर दिए.
यूआईटी के अधिकारियों और कर्मचारियों ने जबरदस्ती गोगे की तलाई से अतिक्रमण हटाए हैं. यहां तक कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान को भी ध्वस्त कर दिया. जबकि ये लोग यहां पर 40 से 50 सालों से रह रहे हैं.