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जैसलमेर में फिर मंडरा रह सकता है कोरोना का खतरा, अन्य राज्यों से आ रहे यात्रियों की नहीं हो रही जांच - यात्रियों की जांच

जैसलमेर जिले में अन्य राज्यों से आ रहे लोगों पर पूरी तरह से निगरानी नहीं रखी जा रही है, जिससे यहां कोरोना के नए स्ट्रेन का खतरा हो सकता है. माना जा रहा है कि कई राज्यों से ट्रेन, बस या हवाई सेवा से लगातार सफर कर रहे यात्री कोरोना वाहक हो सकते हैं.

कोरोना महामारी का खतरा, jaisalmer news
जैसलमेर में कोरोना जांच को लेकर हो रही लापरवाही
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Published : Mar 15, 2021, 7:03 PM IST

जैसलमेर. देश में महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहा है और संक्रमित मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इसके चलते वहां कई जगहों पर लॉकडाउन भी लागू कर दिया गया है. इन राज्यों से ट्रेन, बस या हवाई सेवा से लगातार सफर कर रहे यात्री कोरोना वाहक बन सकते हैं, जिससे अब तक कोरोना के नए स्ट्रेन से बची हुई पर्यटन नगरी जैसलमेर में भी संक्रमण फैल सकता है.

पढ़ें: बुर्का पहनकर काट रहे थे ATM, सतर्कता से बची वारदात, मेवात गिरोह के 2 बदमाश गिरफ्तार

राज्य सरकार ने पहले महाराष्ट्र और केरल से आने वाले यात्रियों पर निगरानी के निर्देश दिए थे, जिसमें अब बढ़ोतरी करते हुए गुजरात, हरियाणा, पंजाब और मध्यप्रदेश को भी शामिल कर दिया गया है. लेकिन, जैसलमेर जिले में अन्य राज्यों से आ रहे लोगों पर पूरी तरह से निगरानी नहीं रखी जा रही है, जिससे जैसलमेर के लिए खतरा हो सकता है.

जैसलमेर में कोरोना जांच को लेकर हो रही लापरवाही

पढ़ें: निशुल्क बस सेवा की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं का विरोध प्रदर्शन, हाईवे पर लगाया जाम

जिला कोविड प्रभारी अनुराग भार्गव ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब 5-6 राज्यों से आने वाले लोगों को जिले में प्रवेश पर 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट नेगेटिव दिखाना आवश्यक कर दिया गया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी कर बाहर से आने वाले लोगो पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दे दिए गए हैं. हालांकि, जैसलमेर में प्रदेश के कई जिलों से रोजाना 50 से अधिक बस आती है और इनमें आने वाले यात्रियों की जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. साथ ही खानापूर्ति के लिए रेलवे स्टेशन पर एक कर्मचारी को तैनात कर दिया गया है, लेकिन सड़क मार्ग से आने वाले कई लोग बिना जांच के ही जिले में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में चिकित्सा विभाग को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है, जिससे जैसलमेर में कोरोना के नए स्ट्रेन को आने से रोका जा सके.

जैसलमेर. देश में महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहा है और संक्रमित मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इसके चलते वहां कई जगहों पर लॉकडाउन भी लागू कर दिया गया है. इन राज्यों से ट्रेन, बस या हवाई सेवा से लगातार सफर कर रहे यात्री कोरोना वाहक बन सकते हैं, जिससे अब तक कोरोना के नए स्ट्रेन से बची हुई पर्यटन नगरी जैसलमेर में भी संक्रमण फैल सकता है.

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राज्य सरकार ने पहले महाराष्ट्र और केरल से आने वाले यात्रियों पर निगरानी के निर्देश दिए थे, जिसमें अब बढ़ोतरी करते हुए गुजरात, हरियाणा, पंजाब और मध्यप्रदेश को भी शामिल कर दिया गया है. लेकिन, जैसलमेर जिले में अन्य राज्यों से आ रहे लोगों पर पूरी तरह से निगरानी नहीं रखी जा रही है, जिससे जैसलमेर के लिए खतरा हो सकता है.

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जिला कोविड प्रभारी अनुराग भार्गव ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब 5-6 राज्यों से आने वाले लोगों को जिले में प्रवेश पर 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट नेगेटिव दिखाना आवश्यक कर दिया गया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी कर बाहर से आने वाले लोगो पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दे दिए गए हैं. हालांकि, जैसलमेर में प्रदेश के कई जिलों से रोजाना 50 से अधिक बस आती है और इनमें आने वाले यात्रियों की जांच के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. साथ ही खानापूर्ति के लिए रेलवे स्टेशन पर एक कर्मचारी को तैनात कर दिया गया है, लेकिन सड़क मार्ग से आने वाले कई लोग बिना जांच के ही जिले में प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में चिकित्सा विभाग को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है, जिससे जैसलमेर में कोरोना के नए स्ट्रेन को आने से रोका जा सके.

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