जैसलमेर. जिले के पोकरण क्षेत्र के छायण गांव में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के बोर्ड के छात्र-छात्राओं को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है. पिछले लंबे समय से यहां बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र शुरू करने की मांग की जा रही थी, जो इस बार भी पूरी होती नहीं दिखाई दे रही है.
एक तरफ सरकारें बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के दावे कर रही हैं. वहीं, छायण गांव की 80 बालिकाओं को बोर्ड की परीक्षा के लिए 20 किमी दूर स्थित लोहारकी परीक्षा केंद्र जाना पड़ता है. जिससे स्कूली छात्राओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
बुधवार के दिन स्कूली छात्र-छात्राओं सहित परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया और प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह टोडासरा और जैसलमेर के जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन डाक के माध्यम से भेजा. छायण गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि राजनीतिक दबाव के चलते छायण गांव को बोर्ड परीक्षा के सेंटर से वंचित रखा गया है.
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ग्रामीणों का कहना है कि इसके लिए उन्होंने कई बार लिखित और मौखिक रूप से कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद सहित कई जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को व्यक्तिगत तौर पर मिलकर अवगत करवाया था. पहले भी ज्ञापन भेजकर मांग की थी कि छायण को बोर्ड परीक्षा का सेंटर बनाया जाए. लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा कोई उत्तर नहीं सामने आया.