जयपुर. राजस्थान में भजनलाल मंत्रिमंडल में 22 मंत्रियों ने शनिवार को शपथ ली. इसके पहले मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्रियों ने शपथ ली थी. राज्य में कुल 25 मंत्री बनाए गए हैं. 15 नेताओं ने कैबिनेट, 5 ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 5 ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है. अब मंत्रिमंडल के बाद विभागों का बंटवारा भले ही होना बाकी हो, लेकिन मंत्रियों ने प्रदेश के विकास को गति देने के साथ सुशासन देने की प्रतिबद्धता जाहिर की है. मंत्रियों ने कहा कि पिछले 5 साल में प्रदेश की जनता ने जो कुछ भुगता है, उससे राहत देने का काम प्रदेश की भजनलाल सरकार और मंत्रिमंडल के सदस्य करेंगे.
गांव, गरीब, शोषित व्यक्ति का उत्थान : कैबिनेट मंत्री बनने के बाद हेमंत मीणा ने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी मुझे दी है, उसे पूरी ईमानदार से निर्वहन करने का काम करूंगा. मुद्दों को लेकर मीणा ने कहा कि जिस क्षेत्र से "मैं आता हूं, वहां की जो भी समस्या है, उसका समाधान सरकार के माध्यम से करेंगे." हेमंत मीणा ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि अभी वक्त आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है. अभी तो मंत्रिमंडल का गठन हुआ है. अब सरकार को काम करना है और प्रदेश की जनता से जो वादा किया है, उन्हें पूरा करके दिखाना है. जो भी आम जनता की आवश्यकता है, उन आवश्यकताओं को पूरा करेंगे. केंद्र सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा. मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरीके से गांव, गरीब, शोषित व्यक्ति का उत्थान करने के लिए काम कर रहे हैं और प्रदेश की भजनलाल सरकार भी उसी दिशा में काम करेगी.
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संकल्प पत्र को पूरा करना है : कैबिनेट मंत्री बनने के बाद सुरेश सिंह रावत ने कहा कि जो जिम्मेदारी पार्टी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री ने दी, उसके लिए उनका धन्यवाद, उन्होंने छोटे से कार्यकर्ता को गांव ढाणी में रहने वाले को मान सम्मान दिया है. जो जिम्मेदारी मुझे दी है उसके लिए आश्वस्त करता हूं कि उसे ईमानदारी और निष्ठा से पूरा करूंगा. उन्होंने कहा कि जो भी वादे किए हैं, उन वादों को पूरा करेंगे. पार्टी के संकल्प पत्र के अनुसार काम किया जाएगा.
सनातन के उपहास की कोशिश : कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में मंत्रिमंडल की जो प्राथमिकता तय होगी, उसके अनुसार काम करना है. प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने के लिए सरकार काम करेगी. दलितों को लेकर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा कमजोर वर्ग का संरक्षण करती आई है और आगे भी करेगी. यह सच है कि राजस्थान में अनुसूचित जाति वर्ग कई वर्षों से वंचित रहा है. सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से उनका संरक्षण, संवर्धन नहीं हो पाया है, उसे हमें पूरा करना है. पूर्ववर्ती सरकार के समय सनातन को लेकर जो उपहास किया गया उस पर उन्होंने कहा कि सनातन का कोई नुकसान नहीं करता, लेकिन कुछ लोगों ने कोशिश की वह असफल रहे. मंत्रिमंडल को लेकर उन्होंने कहा कि यह संतुलित और श्रेष्ठ मंत्रिमंडल है और ये प्रदेश की विकास को गति देगा और आगे बढ़ाने का काम करेगा.
अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक राहत पहुंचाएंगे : जोराराम कुमावत ने कहा कि "राष्ट्रीय प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को मंत्रिमंडल में शामिल किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व में राजस्थान को विकास के पथ पर आगे बढ़ाएंगे." प्राथमिकताओं को लेकर उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को राहत पहुंचाएंगे. पश्चिम राजस्थान को लेकर उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं हैं, उनको प्राथमिकता से पूरा करेंगे, पानी एक बड़ी समस्या है, उसको लेकर कदम उठाएंगे.