जैसलमेर. जिले में कोरोना संक्रमण के रोकथाम और बचाव के लिए जिला प्रशासन और जैसलमेर पुलिस की ओर से संयुक्त रुप से "नो मास्क- नो एंट्री" अभियान शुरू किया गया है. जिला कलेक्टर आशीष मोदी और जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह ने सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित हनुमान चौराहे पर अभियान का आगाज किया और इसके पोस्टर और पेम्पलेट का विमोचन किया.
जिला कलेक्टर मोदी ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश और जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है और इसकी रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने नो मास्क- नो एंट्री संकल्प लिया है. उसी को साकार करने के लिए जिला प्रशासन और जैसलमेर पुलिस ने संयुक्त रूप से इस अभियान की शुरुआत की है.
उन्होंने कहा कि इस अभियान को जन-जन का अभियान बनाकर जिले में कोरोना संक्रमण को रोकना है. इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को ये संकल्प लेना होगा कि उसे घर से बाहर निकलने पर मास्क अवश्य पहनना है.
जिला कलेक्टर ने इस मौके पर आमजन से अपील की है कि वे मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग रखें और हैंड सैनिटाइजर का समय-समय पर प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि मास्क नहीं लगाने से कोरोना बीमारी का ग्राफ 20% तक बढ़ जाता है इसलिए मास्क पहनना अनिवार्य है, तभी हम कोरोना महामारी से बच पाने में सफल हो पाएंगे.
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जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह ने कहा कि कोरोना रोकथाम के लिए राज्य सरकार अनेकों प्रयास कर रही है. इस अभियान की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि इस अभियान को जागरूकता अभियान के रूप में चलाया जाएगा और यदि इसके बाद भी लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क नहीं पहनेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस अधीक्षक ने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों से भी अनुरोध किया है कि वे सुनिश्चित करें कि उनके कार्यस्थल पर सभी मास्क पहने और उनके यहां आने वाला हर व्यक्ति मास्क पहना हुआ हो और इसकी पालना सुनिश्चित करें. प्रारंभ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी और इस मौके पर महिला पुलिस कॉन्स्टेबल सुनीता ने "साथियों मास्क लगानों नहीं भूलनों" मारवाड़ी गीत भी प्रस्तुत किया और लोगों को इस अवसर पर मास्क भी वितरित किए गए.