पोकरण. नगरपालिका चुनाव में अध्यक्ष के चुनाव को लेकर दिनों दिन अध्यक्ष के चुनाव रोचक होते जा रहे हैं. वहीं नाम वापसी अंतिम तिथि के चलते अध्यक्ष पद के दावेदारों के प्रत्याशी स्पष्ट हो गए है. भाजपा में जहां अध्यक्ष के दावेदार का चेहरा स्पष्ट नजर आ रहा है. वहीं कांग्रेस में अध्यक्ष की सीट को लेकर हुई खींचतान के बाद अध्यक्ष की दावेदारी कर रहे दोनों उम्मीदवारों में से नारायण रंगा कांग्रेस के सिंबल पर तथा रमेश माली निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
जिसके चलते इन दिनों सभी शहरवासी अपने अपने कयास लगा रहे हैं. वहीं, अध्यक्ष की सीट को लेकर शुरू हुए इस त्रिकोणीय मुकाबले में जहां भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने प्रत्याशियों के साथ साथ अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों को खींचने की कोशिश में जुटे हुए हैं. वहीं निर्दलीय उम्मीदवार रमेश माली अपने जातिगत समीकरण पर अध्यक्ष की सीट की दावेदारी जता रहे हैं. जिसके चलते अभी तक स्थिति पूर्ण स्पष्ट नहीं हो रही है.
निर्दलीय प्रत्याशियों की चल रही है खींचतान
अध्यक्ष की दावेदारी जता रहे उम्मीदवार इन दिनों निर्दलीय प्रत्याशियों को रिझाने की पूर्ण कोशिश कर रहे हैं. जहां एक ओर महंत प्रतापपुरी महाराज निर्दलीय प्रत्याशियों को डोर-टू-डोर सीधी मुलाकात कर उन्हें भाजपा में लाने का पूर्ण प्रयास कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद भी निर्दलीय उम्मीदवारों को कांग्रेस पार्टी में शामिल कर पालिका का बोर्ड बनाने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन अभी तक किसी भी पार्टी की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है.
रमेश माली ने कांग्रेस से की बगावत
बुधवार की देर रात्रि को कांग्रेस खेमे में नारायण रंगा के नाम पर सहमति होने के साथ ही कांग्रेस के कद्दावर नेता रमेश माली ने अपनी पार्टी से इस्तिफा दे दिया. रमेश माली के इस्तिफे के साथ ही कांग्रेस खेमे में हलचल बढ़ गई. वहीं केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद सहित अन्य पार्टी के पदाधिकारियों ने गुरुवार को रमेश माली के साथ समझौता वार्ता की. लगभग तीन घंटे चली वार्ता के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकलने पर रमेश माली ने अध्यक्ष की दावेदारी से अपना फार्म वापस नहीं लिया. जिसके चलते अध्यक्ष के पद पर अब तीन दावेदार हैं.
25 वोटों पर चल रहा है त्रिकोणीय मुकाबला
नगरपालिका में अध्यक्ष की सीट को लेकर चल रहे दावेदारों का घमासान बढ़ता जा रहा है. नगरपालिका क्षेत्र में 25 पार्षद हैं. जिसमें से 10 भाजपा, 9 कांग्रेस और 6 निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजयी हुए हैं. इसके साथ ही भाजपा से मनीष पुरोहित, कांग्रेस से नारायण रंगा और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रमेश माली अध्यक्ष की सीट को लेकर दावेदारी जता रहे हैं. जिसके चलते अध्यक्ष की सीट को लेकर शुरू हुआ मुकाबला त्रिकोणीय में बदल गया गया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए फोटो से बनी असमंजस की स्थिति
नगरपालिका चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वार्ड संख्या 4 से विजयी हुए आईदान माली के सोशल मीडिया पर दोनों पार्टी के उम्मीदवारों को समर्थन देने की फोटो वायरल होने के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है. बुधवार की शाम को आईदान माली की महंत प्रतापपुरी महाराज तथा मनीष पुरोहित के साथ फोटो वायरल हुई. जिसके चलते भाजपा के समर्थकों ने विजय बिगुल बजा दिया. थोड़ी ही देर में आईदान माली की कांग्रेस के प्रत्याशी नारायण रंगा के साथ फोटो वायरल होते ही सभी में फिर से असमंजस की स्थिति बन गई.