जैसलमेर. प्रदेशभर में कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत एक बड़ी समस्या बन गई है. ऑक्सीजन की कमी के चलते कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. इस दौरान जैसलमेर जिले में भी ऑक्सीजन की एक बड़ी समस्या बनी हुई है.
ऐसे में आगामी दिनों में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ऑक्सीजन की कमी का स्थाई समाधान करने के लिए जैसलमेर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सीएसआर फंड के माध्यम से लगभग एक करोड़ से अधिक की लागत से 850 एमपीएल का एक नया ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया है. जिसका मुख्यमंत्री गहलोत वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ करेंगे.
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गौरतलब है कि राजकीय जिला चिकित्सालय में इससे पहले 150 एमपीएल का एक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा चुका है. उससे केवल 30 बेड ही कवर हो रहे हैं. अब दोनों प्लांट को मिलाकर 1000 एमपीएल ऑक्सीजन का उत्पादन होगा. जिसके बाद 100 से अधिक बेड पर ऑक्सीजन हर समय उपलब्ध हो सकेगी.
अधिकारी का कहना है कि यह ऑक्सीजन प्लांट अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है. इसको डिजिटल माध्यम से मॉनिटर किया जा सकेगा. जिससे ऑक्सीजन की शुद्धता और ऑक्सीजन के प्रेशर को तय मानकों के आधार पर कंट्रोल किया जा सकेगा. उनका कहना है कि इस प्लांट को कंपनी की ओर से रिकॉर्ड 20 दिनों में तैयार किया गया है. जिसमें जैसलमेर जिला कलेक्टर, प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का सहयोग रहा.