जैसलमेर. इन दिनों सीमावर्ती इलाकों में सर्दी का ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. जिससे देर रात से सुबह तक धुंध छाई रहती है. इस धुंध का फायदा उठाकर कोई घुसपैठ ना हो, लिहाजा बीएसएफ की ओर से ऑपरेशन 'सर्द हवा' चलाया जा रहा है. जिसके तहत सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाती है.
बीएसएफ अपने रुटिन एक्सरसाइज के दौरान गर्मी के मौसम में ऑपरेशन 'गर्म हवा' और सर्दी के मौसम में ऑपरेशन 'सर्द हवा' चलाती है. हर साल यह अभियान चलते हैं. इस दौरान सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जाती है. इसके साथ ही ऑपरेशन सर्द हवा में सीमा से सटी पुलिस की चौकियां भी विशेष निगरानी रखेंगी.
आम दिनों में होने वाली पेट्रोलिंग और गश्त के मुकाबले ऑपरेशन सर्द हवा में यह प्रक्रिया ज्यादा की जाती है और सीमा क्षेत्र में तारबंदी के निकट बीएसएफ के अधिकारी लगातार व्हीकल पेट्रोलिंग करेंगे. इसके अलावा खुर्रा चैकिंग भी इस दौरान तेज कर दी जाएगी.
ऑपरेशन 'सर्द हवा' के दौरान सीमा पर बीएसएफ की इंटेलीजेंसी विंग भी सक्रिय रहती है. इसके अलावा अन्य खुफिया एजेंसियों से भी बीएसएफ का तालमेल रहता है. हर एक संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाती है.
बीएसएफ में हैडक्वार्टर पर कार्यरत जवानों और अधिकारियों को इस ऑपरेशन के तहत सीमा चौकियों पर लगाया जाएगा. सीमा चौकियों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ पेट्रोलिंग और गश्त भी बढ़ाई जाएगी, ताकि धुंध का सहारा लेकर कोई घुसपैठ ना हो. इस ऑपरेशन के चलते बीएसएफ के कई अधिकारी बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं और अलर्ट रहने तक वहीं रहेंगे.
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5 उद्देश्य के साथ शुरू हुआ ऑपरेशन 'सर्द हवा'
- बॉर्डर पर वेपन व मैन पावर को बढ़ाकर बॉर्डर को मजबूती देने के होंगे प्रयास
- बॉर्डर पर 20 से 30 प्रतिशत नफरी भेजकर बॉर्डर पर डिप्लोइट करना
- निगरानी व खुफिया तंत्र को मजबूत करने की कवायद
- दिन व रात में बॉर्डर को सुरक्षा के लिहाज से अधिक प्रभावी करना
- प्रोटेक्शन ऑफ प्लान का रिहर्सल