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जैसलमेर: भीषण गर्मी में भी Corona Warriors पीपीई कीट पहनकर कर रहे इलाज

नौतपा के बीच 46 डिग्री से अधिक के तापमान में फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स लगातार संक्रमित मरीजों के इलाज और सैंपल लेने के काम में जुटे हुए है. इस भीषण गर्मी में भी चिकित्साकर्मी और नर्सिंगकर्मी दिन भर सर से पांव तक पीपीई कीट पहन कर काम कर रहे हैं. ऐसे में जिला कलेक्टर ने उन्हें उनके काम के लिए धन्यवाद दिया है.

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भीषण गर्मी में चिकित्साकर्मी पीपीई कीट पहनकर कर रहे इलाज
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Published : May 28, 2020, 8:45 PM IST

जैसलमेर. कोरोना वायरस के रोकथाम और संक्रमितों के उपचार में कोरोना वॉरियर्स लगातार जुटे हुए हैं. जिसमें प्रथम पंक्ति में चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी शामिल हैं. नौतपा के चलते इन दिनों जैसलमेर में भीषण गर्मी पड़ रही है. यहां का तापमान 46 डिग्री को पार पहुंच चुका है. लेकिन बावजूद इसके जिला मुख्यालय स्थित कोविड-19 हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड और कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने वाली टीम अपना बखूबी फर्ज निभा रही है.

भीषण गर्मी में चिकित्साकर्मी पीपीई कीट पहनकर कर रहे इलाज

बता दें कि, कोरोना संदिग्ध और संक्रमितों के बीच और सैंपल लेते समय ये वॉरियर्स खुद को संक्रमण से बचाने के लिए इस भीषण गर्मी में सिर से लेकर पांव तक घंटों लिए पीपीई पहने रहते है. गर्मी के कारण पीपीई कीट में ये पसीने में तर-बतर हो जाते हैं. लेकिन इसके बावजूद यह सभी लगातार अपने काम में जुटे हैं. ताकि जल्द ही जैसलमेर सहित देश को कोरोना मुक्त किया जा सके.

जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित कोविड-19 अस्पताल में सैंपल लेने में जुटे जिला रक्त कोष प्रभारी डॉ. दामोदर खत्री ने बताया कि गर्मी में तकलीफ तो होती है. लेकिन वो और उनके साथी चिकित्सक सहित नर्सिंगकर्मी लगातार जिले में आने वाले संक्रमितों और उनकेे संपर्क में आने वालों के साथ ही प्रवासियों और रैंडम सैंपल लिए जा रहे हैं. डॉ. खत्री ने बताया कि अब तक जिले में लिए गए 5 हजार से अधिक सैंपल में से लगभग 2500 सैंपल जिला मुख्यालय स्थित इस वार्ड में लिए गए हैं. डॉ. खत्री ने बताया कि पहले यहां से सैंपल लेकर जांच के लिए जोधपुर भेजे जाते थे, लेकिन अब यह सैंपल बाड़मेर भेजे जाते हैं.

ये पढ़ें: 15 साल बाद टिड्डियों का आतंक, 5 हजार हेक्टेयर से ज्यादा इलाके प्रभावित

जिला कलेक्टर नमित मेहता ने भी इस भीषण गर्मी में कोरोना रोकथाम में अपना फर्ज निभा रहे चिकित्सक, नर्सिंगकर्मियों, पुलिसकर्मियों सहित अन्य अधिकारियों और सभी कोरोना योद्धाओं को धन्यवाद दिया. साथ ही कलेक्टर ने कहा कि 45 डिग्री से अधिक के तापमान में यह लोग जो कार्य कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ है. बता दें कि कोविड-19 अस्पताल में कोरोना से संबंधित स्क्रीनिंग, संदिग्धों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने के साथ ही जांच के लिए सैंपल लेकर भेजे जाते हैं, जिसमें चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी, सफाईकर्मी सहित कई अन्य कर्मियों का सहयोग रहता है.

ये पढ़ें: भीलवाड़ा: स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं ने कोरोना वायरस का फूंका पुतला

गौरतलब है कि हाल ही में राज्य स्तर पर कोरोना सैम्पलिंग को लेकर जारी हुई रैंकिंग में जैसलमेर जिला प्रदेश भर में पांचवें नंबर पर रहा है. रैंकिंग में जोधपुर, कोटा, जयपुर और भीलवाड़ा ही प्रति लाख व्यक्तियों पर सैंपल लेने के मामले में जैसलमेर से आगे हैं. जैसलमेर जवाहर चिकित्सालय स्थित कोविड-19 अस्पताल में ये चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी इस भीषण गर्मी में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं ताकि जैसलमेर को जल्द ही कोरोना से निजात मिल सके.

जैसलमेर. कोरोना वायरस के रोकथाम और संक्रमितों के उपचार में कोरोना वॉरियर्स लगातार जुटे हुए हैं. जिसमें प्रथम पंक्ति में चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी शामिल हैं. नौतपा के चलते इन दिनों जैसलमेर में भीषण गर्मी पड़ रही है. यहां का तापमान 46 डिग्री को पार पहुंच चुका है. लेकिन बावजूद इसके जिला मुख्यालय स्थित कोविड-19 हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड और कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने वाली टीम अपना बखूबी फर्ज निभा रही है.

भीषण गर्मी में चिकित्साकर्मी पीपीई कीट पहनकर कर रहे इलाज

बता दें कि, कोरोना संदिग्ध और संक्रमितों के बीच और सैंपल लेते समय ये वॉरियर्स खुद को संक्रमण से बचाने के लिए इस भीषण गर्मी में सिर से लेकर पांव तक घंटों लिए पीपीई पहने रहते है. गर्मी के कारण पीपीई कीट में ये पसीने में तर-बतर हो जाते हैं. लेकिन इसके बावजूद यह सभी लगातार अपने काम में जुटे हैं. ताकि जल्द ही जैसलमेर सहित देश को कोरोना मुक्त किया जा सके.

जैसलमेर जिला मुख्यालय स्थित कोविड-19 अस्पताल में सैंपल लेने में जुटे जिला रक्त कोष प्रभारी डॉ. दामोदर खत्री ने बताया कि गर्मी में तकलीफ तो होती है. लेकिन वो और उनके साथी चिकित्सक सहित नर्सिंगकर्मी लगातार जिले में आने वाले संक्रमितों और उनकेे संपर्क में आने वालों के साथ ही प्रवासियों और रैंडम सैंपल लिए जा रहे हैं. डॉ. खत्री ने बताया कि अब तक जिले में लिए गए 5 हजार से अधिक सैंपल में से लगभग 2500 सैंपल जिला मुख्यालय स्थित इस वार्ड में लिए गए हैं. डॉ. खत्री ने बताया कि पहले यहां से सैंपल लेकर जांच के लिए जोधपुर भेजे जाते थे, लेकिन अब यह सैंपल बाड़मेर भेजे जाते हैं.

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जिला कलेक्टर नमित मेहता ने भी इस भीषण गर्मी में कोरोना रोकथाम में अपना फर्ज निभा रहे चिकित्सक, नर्सिंगकर्मियों, पुलिसकर्मियों सहित अन्य अधिकारियों और सभी कोरोना योद्धाओं को धन्यवाद दिया. साथ ही कलेक्टर ने कहा कि 45 डिग्री से अधिक के तापमान में यह लोग जो कार्य कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ है. बता दें कि कोविड-19 अस्पताल में कोरोना से संबंधित स्क्रीनिंग, संदिग्धों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने के साथ ही जांच के लिए सैंपल लेकर भेजे जाते हैं, जिसमें चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी, सफाईकर्मी सहित कई अन्य कर्मियों का सहयोग रहता है.

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गौरतलब है कि हाल ही में राज्य स्तर पर कोरोना सैम्पलिंग को लेकर जारी हुई रैंकिंग में जैसलमेर जिला प्रदेश भर में पांचवें नंबर पर रहा है. रैंकिंग में जोधपुर, कोटा, जयपुर और भीलवाड़ा ही प्रति लाख व्यक्तियों पर सैंपल लेने के मामले में जैसलमेर से आगे हैं. जैसलमेर जवाहर चिकित्सालय स्थित कोविड-19 अस्पताल में ये चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी इस भीषण गर्मी में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं ताकि जैसलमेर को जल्द ही कोरोना से निजात मिल सके.

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